भीलवाड़ावासियों ने रचा नवकार भक्ति का इतिहास, आस्था के सैलाब में ध्वस्त हुए कीर्तिमान

शांतिभवन में सम्पन्न 49 दिवसीय चौमुखी नवकार महामंत्र जाप, बोले एक करोड़ से अधिक जाप

भीलवाड़ा (निलेश कांठेड़ चातुर्मास मीडिया प्रभारी,शांतिभवन श्रीसंघ) । धर्मनगरी भीलवाड़ा के शांतिभवन में पर्वाधिराज पर्युषण के अंतिम दिवस संवत्सरी महापर्व की पूर्व संध्या पर मंगलवार रात नवकार महामंत्र भक्ति का नया इतिहास रच गया। भीलवाड़ावासियों की आस्था एवं भक्ति की ऐसी धारा बह निकली की नवकार भक्ति के पुराने सारे कीर्तिमान ध्वस्त होते नजर आए। जप-तप-साधना से परिपूर्ण एतिहासिक चातुर्मास कर वस्त्रनगरी भीलवाड़ा को धर्मनगरी बना रहे आगमज्ञाता, वाणी के जादूगर, प्रज्ञामहर्षि पूज्य समकितमुनिजी म.सा. आदि ठाणा 3 के सानिध्य में 49 दिवसीय चौमुखी नवकार महामंत्र जाप के समापन अवसर पर रात 8.30 से 9.30 बजे के मध्य उमड़े छह हजार से अधिक भक्तों के सैलाब में कुछ दिन पहले कायम हुए कीर्तिमान भी तार-तार हो गए। गत 13 जुलाई से रात में प्रतिदिन एक घंटे हो रहे नवकार महामंत्र जाप में पर्युषण के अंतिम दिवस की पूर्व संध्या पर भक्ति एवं आस्था का अनुपम एवं अद्भुत नजारा पेश हुआ तो भक्तों की संख्या के पुराने सब रिकॉर्ड टूट गए। जाप में 49 दिवस में हजारों भक्तों द्वारा करीब एक करोड़ बार नवकार महामंत्र को बोला गया। अंतिम दिवस के जाप के लाभार्थी के रूप में श्रीमहावीर युवक मंडल सेवा संस्थान की टीम ने भी अध्यक्ष प्रमोद सिंघवी के नेतृत्व में नवकार भक्ति के लिए भक्तों को जुटाने में पूरी ताकत झोक दी थी। जिनशासन के प्रति आस्थावान इन भक्तों की भीड़ इस कदर थी कि शांतिभवन के विशाल प्रांगण में जाप शुरू होने के 10 मिनट बाद ही कदम रखने के लिए जगह मिलना मुश्किल हो गया। एवं दो मंजिल परिसर पूरी तरह श्रद्धालुओं से खचाखच भर गए। सैकड़ो भक्तों के लिए परिसर के बाहर भी जाप करने की व्यवस्था की गई। जाप के लिए पहुंचे भक्तों में 5 वर्ष के बच्चों से लेकर 90 वर्ष के बुर्जुग श्रावक-श्राविकाएं भी शामिल थे। शांतिभवन चातुर्मास समिति ने नवकार भक्ति के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी पेश नहीं आए इसके लिए हर संभव प्रयास किया। शांतिभवन श्रीसंघ के अध्यक्ष राजेन्द्रप्रसाद चीपड़, मंत्री राजेन्द्र सुराना एवं चातुर्मास संयोजक नवरतनमल बंब के नेतृत्व में दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता पूरे समर्पित भाव से व्यवस्थाएं सुचारू रखने में जुटे रहे। शांतिभवन कार्यकारिणी के साथ महिला मंडल एवं युवक मंडल के सदस्य व पदाधिकारी भी आस्थावान भक्तों का सैलाब उमड़ने के बावजूद उनको बिठाने में कोई कमी नहीं रह जाए इसके लिए तत्परता दिखाते रहे। शांतिभवन के मंत्री राजेन्द्र चीपड़ ने कहा कि भक्ति के इस महाआयोजन की व्यवस्था संभालने में नवकार मंत्र जाप संचालन समिति के प्रकाशचन्द्र बाबेल, सुनील पीपाड़ा, गौरव तातेड़, पंकज मेरतवाल, रीना सिसोदिया एवं मिनाक्षी डागा का विशेष सहयोग मिला। उन्होंने जिनशासन भक्ति का ये सिलसिला टूटने नहीं देने की अपील करते हुए ये अनूठा नजारा पेश करने में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहभागी व सहयोगी बने सभी श्रावक-श्राविकाओं व संघ-संगठनों का भी शांतिभवन श्रीसंघ की ओर से आभार व्यक्त किया। जय महावीर जय नवकार,जय समकित की यात्रा
जाने-अनजाने पहुंची तकलीफ के लिए की क्षमायाचना
चौमुखी नवकार महामंत्र जाप समापन पर पूज्य समकितमुनिजी म.सा. ने भक्तों से जाने-अनजाने मन, वचन व काया से पहुंची तकलीफ के लिए क्षमायाचना करने के साथ सभी से इसके लिए क्षमा मांगने की आराधना भी कराई। उन्हांेंने कहा कि गलती से कोई विराधना हुई तो उसके लिए हमे पंचपरमेष्टि देव से क्षमायाचना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ावासियों ने इस जाप के माध्यम से नवकार महामंत्र भक्ति का एतिहासिक नजारा पेश किया और इसमें शहर के हर हिस्से से जैन समाज की सक्रिय सहभागिता रही। पूज्य मुनिश्री ने जाप को सफल बनाने में सहयोग करने वाले शांतिभवन श्रीसंघ, युवक मंडल एवं महिला मंडल की भूमिका को भी सराहते हुए सभी भक्तों एवं भीलवाड़ावासियों की सुख-शांति के लिए मंगलकामनाएं की।