गुरु सूर्य की तरह तेजस्वी, चंद्र की तरह शीतल, दीप की तरह प्रकाशमान होते हैं – मुनिप्रवर श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा.

श्री मुनिसुव्रतस्वामी राजेंद्र ऋषभ आराधना भवन का खाद मुहूर्त्त सम्पन्न इंदौर। इंदौर महानगर सिलिकॉन सिटी के…

इंडस्ट्रियल क्षेत्र में नौकरी के लिए स्थानीय को देंगे प्राथमिकता- मथुरालाल डामर

रतलाम| ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मथुरालाल डामर को जनसंपर्क के दौरान…

जैन दिवाकर पूज्य गुरुदेव श्री चौथमलजी म.सा.के 74 वर्ष पूर्व दिए गए प्रवचन दिनांक 01.10.1948 के अंश

“पंचम काल” से संबंधित तथ्य जिनका शास्त्रों में पूर्व में ही वर्णन किया गया है, सारांश…

साहित्य सर्जक एवम स्नेह मूर्ति थे आचार्य सम्राट देवेन्द्र मुनि जी

आचार्य प्रवर श्री देवेन्द्र मुनि जी का जन्म राजस्थान की प्रसिद्ध जिलो की नगरी उदयपुर में…

जैन समाज को नई दिशा देने वाले गुरुदेव श्री उपाध्याय प्रवर कवि रत्न श्री केवल मुनि महाराज साहब पुण्य स्मृति दिवस पर शत शत नमन – उप प्रवर्तक सुरेश मुनिजी

आज गुरुदेव के पुण्य दिवस पर गुरुदेव के चरणों में हृदय की श्रद्धा सुमन अर्पित करता…

जिनके रोम रोम में गुरु जैन दिवाकर समाये हुए थे बहुमुखी प्रतिभा के धनी एवम संगठन के प्रबल पक्षधर थे गुरु केवल मुनि जी

संक्षिप्त जीवन वृतआपका जन्मसंवत 1970 की श्रावण कृष्णा त्रयोदशी को कोशीथल ( भीलवाड़ा) मे हुआ माता…

गुरुदेव की वाणी का अदभूत प्रभाव – व्यक्ति को न्याय मिला

प्रस्तुति: विजय कुमार लोढ़ा निम्बाहेड़ा (बेंगलोर) यह घटना मेरे गांव निम्बाहेड़ा( राज.) की है जिसका जिक्र…

गुरु जैन दिवाकर – मूल पर पूर्ण आस्थावान एवम समर्पित तथा संघ को महत्व देने वाले हे महासती सत्य साधना जी

महासती श्री सत्य साधना जी का जन्म लोणार ( महाराष्ट्र ) में दिनांक 31 मार्च 1955…

विनय व धेर्य की प्रतिमूर्ति व क्षमा के सागर थे आचार्य सम्राट श्री आनंद ऋषी जी म.सा.

31 वे पुण्य स्मरण दिवस के पावन प्रसंग परप्रस्तुति : विजय कुमार लोढ़ा निम्बाहेड़ा (बेंगलुरू)उपाध्यक्ष अ.…

जो संसार की ममता में डूबते हैं उन्हें सपने में भी सुख का साक्षरता नहीं हो सकता

एक जंगल में अत्यंत ही सुंदर मन मोहक तालाब जिसका जल अत्यंत निर्मल और मधुर था।…