बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर 11 वर – वधू बंधे एक सूत्र में, पूरे विधि विधान और रीति रिवाज से विवाह संपन्न हुआ
रतलाम (अभय सुराणा) अखिल भारतीय वैष्णव (च.स) विकास परिषद एवं ट्रस्ट मुंबई के तत्वाधान में श्री वैष्णव बैरागी समाज विकास समिति रतलाम के द्वारा नवम सामूहिक विवाह सम्मेलन बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर 11 वर – वधू बंधे एक सूत्र में पूरे विधि विधान और रीति रिवाज से विवाह संपन्न हुआ यह विवाह समारोह विगत 9 वर्षों से समाज के द्वारा आयोजित हो रहा है। परंपरागत, संपूर्ण विधि विधान और रीति रिवाज के साथ 11 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ कार्यक्रम के शुभारंभ में मां सरस्वती की वंदना करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया इसी उपरांत इस कार्यक्रम प्रमुख सूत्रधार कार्यक्रम के आयोजन सरजू दास बैरागी, संतोष दास बैरागी, निरंजन दास बैरागी,मनोहर दास बैरागी सुनील निरंजनी (नमो ग्रुप, प्रदेश प्रवक्ता) एवं समस्त वरिष्ठ समाजजन उपस्थित रहे। अतिथियों का भव्य स्वागत करते हुए सभी का साधुवाद व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों को शॉल श्रीफल से स्वागत वंदन अभिनंदन किया गया कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री भगवान दास जी पंचमुखी हनुमान धाम के पीठाधीश, उज्जैन बड़नगर के महंत सालगराम दास बैरागी जी अखिल भारतीय संत समिति धर्म समाज पुजारी इकाई मध्य प्रदेश के अध्यक्ष राष्ट्रीय संत नमन वैष्णव, बलराम दास बैरागी बदनावर गोपाल दास बडवानी मंगेश बैरागी परेश बैरागी इन्दोर क्षितिज बैरागी बड़वानी भगवान दास बैरागी जावरा निर्मल दास बैरागी डाबड़ी गोपाल दास मौलाना बाबू दास बैरागी कोट कराड़िया कार सेवक श्री रामदास शर्मा बड़वानी भरत दास बैरागी नर्सिगड कमल दास बैरागी जगदीश दास बैरागी सोलापुर रामेश्वर जी बैरागी बालोद लक्खा दैनिक सिंगाजी समाचार पत्र के प्रधान संपादक राहुल दास बैरागी एवं कार्यक्रम के मुख्य संचालक राष्ट्रीय कवि डॉ ओम बैरागी दैनिक सिंगाजी समाचार के से संपादक सुनील जैलवाल इसी उपरांत श्री वैष्णव बैरागी धर्मशाला रतलाम आजीवन सदस्य 11000 रुपये देकर बने श्री सालगराम दास बैरागी श्री भरतदास नर्सिगड श्री क्षितिज शर्मा बडवानी श्री कमल दासजी बैरागी बम्बोरी श्री बाबूदास जी बैरागी कोट कराड़िया। भव्य आयोजन का आभार व्यक्त श्री पूरन दास जी बैरागी द्वारा किया गया। आयोजन में सामूहिक विवाह समारोह समिति की महिला पदाधिकारियों का बहुत ही अहम योगदान रहा।