व्यक्ति का संस्कार और चरित्र उसका असली धन है – राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश

मुंबई भायंदर ओस्तवाल बगीची समता भवन 11 अक्टूबर 2024 । सामान्य समझकर किसी का उपहास करना मजाक उड़ाना साक्षात परमात्मा का अपमान करने के समान है। उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने संबोधित करते कहा कि व्यक्ति का मूल्यांकन, रूप, पद, स्वरूप, पैसा को ध्यान में रखकर करना अज्ञान का प्रतीक है ।
उन्होंने कहा कि धन वैभव संपत्ति क्षणिक है आज है कल नहीं इनका अभिमान करने वाला सबसे बड़ा नादान कहलाता है । मुनि कमलेश ने बताया कि गुण के बिना रूप व्यर्थ है धन अभिशाप है मानव जीवन भी उसके लिए कर्म बंधन का कारण ही बनेगा ।
राष्ट्र संत ने कहा कि व्यक्ति का संस्कार और चरित्र उसका असली धन है विश्व की वर्तमान जीवन को उज्जवल बनाता है और अगले जन्म को भी सुधारने की क्षमता रखता है । जैन संत ने कहा कि गुण और अच्छाइयां शाश्वत होती है जिनको छीन नहीं सकता बात नहीं सकता जिन के सारे सामान्य व्यक्ति महान व्यक्ति बनता है।
अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली शाखा राजस्थान जोधपुर के प्रमुख सांखला जी ने जोधपुर चातुर्मास से की उपलब्धियां से अवगत कराया। महिला शाखा जिला प्रतापगढ़ की अध्यक्षता प्रविता तड़वेचा ने बताया गुरुदेव की प्रेरणा से प्रारंभ हुई गौशाला में करीब 700 गो वंश है । बिहार धाम बनकर तैयार हुआ । एक शाम को माता के नाम कार्यक्रम में करीब 70 लाख रुपए का दान एकत्रित हुआ । महिला को सेवा समिति बनाकर सैकड़ो बहने गौ माता की सेवा कर रही है । यह गुरुदेव के आशीर्वाद के ही प्रताप है । पिपलिया मंडी, मंदसौर, उदयपुर से गुरु भक्त सेवा में उपस्थित हुए । नवरात्रि साधना समारोह में भारी संख्या में भक्तों ने लाभ लिया । करीब डेढ़ सौ आईम्बिल ओली चल रही है । श्रीपाल चरित्र का वांचन हो रहा है।