बुरहानपुर मिल के श्रमिकों की देनदारियों का भुगतान शासन की नीति के अनुसार किया जाएगा: मंत्री चेतन्य काश्यप
रतलाम 17 दिसम्बर। एमएसएमई मंत्री श्री चेतन्य कुमार काश्यप ने राज्य विधानसभा में भाजपा विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस को आश्वस्त किया कि बंद पड़ी सहकारी सूत मिल बुरहानपुर के श्रमिकों एवं कर्मचारियों को देय वेतन एवं अन्य देनदारियों का भुगतान शासन की नीति के अनुसार किया जायेगा। आवश्यक हुआ तो इस संबंध में श्रमिकों और विधायक जी से चर्चा भी की जायेगी।
श्रीमती चिटनीस ने सवाल पूछा था कि मिल के परिसमापन के 25 वर्षों बाद भी श्रमिकों और कर्मचारियों के बकाया वेतन और ग्रेच्युटी का भुगतान कब तक किया जायेगा? अपने जवाब में मंत्री जी ने कहा कि शासन ने पिछले दिनों इंदौर की बंद पड़ी हुकुमचंद मिल के कर्मचारियों को 224 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इसी तरह उज्जैन और रतलाम की बंद मिलों के कर्मचारियों के बकाया भुगतान की प्रक्रिया भी चल रही है। बुरहानपुर का मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है। शासन की नीति के अनुसार इसमें भी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर मिल का मामला न्यायालय में लंबित है, इसलिये समय-सीमा बताना संभव नहीं है। बुरहानपुर की मिल वर्ष 1999 से परिसमापन में है और उस समय कर्मचारियों की एक करोड़ 51 लाख रुपयों की देनदारी बाकी थी। कर्मचारियों के अलावा बैंकों की देनदारियाँ भी बाकी है।
श्रीमती चिटनीस ने मंत्री जी को अवगत कराया कि नेशनल हाईवे पर मिल की 57 एकड़ जमीन है। हुकुमचंद मिल की तरह इस मिल की जमीन विक्रय कर कर्मचारियों की देनदारियों का भुगतान किया जाये। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि मंत्री जी ने समुचित जवाब दिया है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने विधायकों से आग्रह किया कि जब मंत्री प्रश्नों के समाधानकारक जवाब देते हैं, तो उन्हें धन्यवाद भी दिया जाना चाहिये।