रतलाम । नेत्रम संस्था के हेमन्त मुणत ने बताया की धर्मस्व नगरी में नेत्रदान के प्रति जागरूकता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । मध्य रात्रि में 5 बजे नीमचोक निवासी स्व. आनंदीलाल राठौड़ की धर्मपत्नी श्री मति लीलाबाई राठौड़ के असमायिक निधन होने पर समाजसेवी गोपाल राठौड पतरा वाला ने उनके पुत्र मोहन राठौड़ को माताजी के नेत्रदान (कार्निया) दान करने की प्रेरणा दी । परिजनों की सहमति प्राप्त होते ही संस्था द्वारा गीता भवन न्यास बड़नगर के ट्रस्टी एवम नेत्रदान प्रभारी डॉ जी एल ददरवाल को सूचित किया सूचना प्राप्त होते ही वे अपनी टीम के परमानंद राठौर, मनीष तलाच के साथ गुरुवार तड़के 5 बजे बडनगर से रतलाम पहुचे और नेत्रदान की प्रक्रिया पुर्ण कर सफलतम नेत्रदान किया। नेत्रदान के दौरान नेत्रंम संस्था के भगवान ढालवानी,शलभ अग्रवाल मौजूद थे ।नेत्रम परिवार ने राठौड परिवार का प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया है ।