चार माह पूर्व घर से निकले मनोरोगी को घर पहुंचाया

रतलाम। घर पर मन नहीं लगता इसलिए घर से चार माह पूर्व निकल गया रिद्धीकरण गुर्जर उम्र 22 साल को समाजसेवियों ने स्टेशन रोड से कमजोरी की हालत में समाजसेवी गोविंद काकानी को सूचित किया तत्काल उसे 108 द्वारा जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया| सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर के मार्गदर्शन में डॉक्टर कैलाश चारेल द्वारा उसका इलाज शुरू किया| आइसोलेशन वार्ड सिस्टर पुष्पा गुर्जर एवं टीम द्वारा लगातार उसका समुचित ध्यान रखा गया इसका असर यह हुआ मनोरोगी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया और घर जाने की जिद कर जोर-जोर से रोने लगा।
रात्रि में ही अस्पताल पहुंचकर जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी ने उसे विश्वास दिलाया और उसके बताए मोबाइल नंबर से घर वालों से बात करवाई उन्होंने उसे लेने आने में असमर्थता दिखाई क्योंकि पिताजी बीमार है और कोई लेने आने वाला नहीं है ऐसी स्थिति में उसे दूसरे दिन बस या ट्रेन जो भी व्यवस्था होगी उसे भेजने का निर्णय लिया।
घर वालों से मिली जानकारी अनुसार रिद्धिकरण पिता रामलाल गुर्जर 3 दिसंबर 2024 से घर से निकला था तब से उसकी मां नौसर देवी, बहन उगेई और परिवार सदस्यों द्वारा उसे खोजा गया। आज उसके मिलने की सूचना पर मन अति प्रसन्न हो गया| मनोरोगी रिद्धिकरण गुर्जर ने बताया इस बीच वह सूरत, इंदौर और अन्य जगहों पर भटकता रहा और रतलाम पहुंच गया। यहां पर मेरी तबीयत में बहुत सुधार हो गया अब मुझे घर अजमेर के पहले विजयनगर स्टेशन पर में उतरूंगा वहां से ₹40 में मेरे गांव अपने आप चला जाऊंगा आप मुझे ट्रेन में बिठा दे जल्दी पहुंचा दो । उसे ट्रेन में रवाना होने के पूर्व काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सहयोगी सदस्य दवे परिवार द्वारा प्रदत्त राशि से दो जोड़ी कपड़े, ब्रेड रतलामी सेव एवं नगद राशि देकर रवाना किया। घर पर सकुशल पहुंचकर उसने रतलाम के सभी समाजसेवी, जिला चिकित्सालय एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन का हृदय से आभार माना।