माणकचौक पुलिस द्वारा अंधे कत्ल का 24 घण्टे के अंदर खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

कब्जे की सरकारी जमीन को बेचने के लिए हुआ था विवाद

रतलाम । माणकचौक पुलिस द्वारा अंधे कत्ल का 24 घण्टे के अंदर खुलासा, आरोपी गिरफ्तार किया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 09.06.2021 के प्रात: 10.00 बजे फरियादी जितेन्द्र पिता मोतीलाल गरवाल निवासी कलमपाडा थाना बिलपांक जिला रतलाम ने थाना माणकचौक रतलाम में रिपोर्ट कर उनके बडे साले गुड्डु पिता अम्बाराम सिंगाड उम्र 32 साल निवासी ईश्वर नगर रतलाम जो गुलाब शाह दरगाह के आगे मथुरी रोड पर झोपडी बनाकर रहता था जिसका मध्य रात्रि में किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धारदार हथियार व लाठी डण्डों से चोट पहुंचाकर उसकी हत्या कर दी ।
सूचना पर थाना माणकचौक रतलाम में अज्ञात आरोपीयों के विरुद्ध अपराध क्रमांक :- 281/2021 धारा 302, 34 भा.द.वि. का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया । उक्त अपराध मे अग्रिम विवेचना मे फरियादी द्वारा ही घटना घटित करने व सक्षय मिटाने पर धारा 182,211,102 आईपीएस का इजाफा किया गया है ।
टीम का गठन-प्रथम दृष्ट्या घटना स्थल पर मृतक के शरीर के अवलोकन से हत्या के उद्देश्य का सही कारण पता लगाने में मुश्किल हो रही थी । अत: प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक रतलाम श्री गौरव तिवारी (भा.पु.से.) द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम ग्रामीण श्री सुनिल पाटीदार के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक श्री हेमन्त चौहान के नेतृत्व में थाना प्रभारी माणकचौक रतलाम निरीक्षक श्री दिलीप राजोरिया की टीम का गठन किया ।
टीम द्वारा कार्यवाही:- टीम द्वारा सरगर्मी से आरोपीयों की तलाश करना प्रारम्भ किया एवं मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि मृतक गुड्डू का अपने भाई राजेन्द्र सिंगाड और अपने जीजा जितेन्द्र गरवाल, बहन संगीता गरवाल तथा मां अम्बूबाई सिंगाड से मथुरी रोड पर स्थित सरकारी कब्जे वाली जमीन को लेकर विवाद चल रहा था । उक्त जमीन को मृतक गुड्डु 08 लाख रुपये में बेचना चाह रहा था । जिसका आरोपीगण विरोध कर रहे थे । उक्त सूचना की तस्दीक करते मृतक के भाई, बहन, जीजा और मां से पुछताछ करते कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया एवं पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया । बाद आरोपीयों से वैज्ञानिक साक्ष्यो के आधार पर सख्ती से पुछताछ करने पर आरोपीयों द्वारा विरोधाभासी कथन देने पर पुलिस की शंका और गहरी हो गयी बाद मे सक्ती से पूछताछ पर आरोपीओ द्वारा जुर्म करना स्वीकार किया गया ।
घटना का उद्देश्य- आरोपीगण द्वारा पुछताछ में बताया कि मृतक गुड्डु अपनी मां अम्बूबाई के कब्जे वाली सरकारी जमीन को बेचना चाह रहा था, जिसका उसके परिजन विरोध कर रहे थे ।
तरीका -ए-वारदात
घटना की रात्रि में मृतक के छोटे भाई राजेन्द्र सिंगाड और उसके जीजा जितेन्द्र गरवाल के बीच जमीन बेचने की बात को लेकर बहस चल रही थी । जिस बहस ने झगडे का रुप लेकर चारों आरोपीयान ने एक राय होकर मृतक गुड्डु की हत्या कर दी । जिसमें राजेन्द्र सिंगाड द्वारा कुल्हाडी के उल्टे सिरे से और जितेन्द्र गरवाल ने पास पडे लोहे के सब्बल से पीटना शुरु कर दिया । उसके जमीन पर गिरने पर मृतक की बहन संगीता ने उसका गला दबाया जिससे उसकी मृत्यु हो गई और घटना में मृतक की मां के द्वारा साक्ष्य छिपाने की कोशिश करते हुए घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी को नाले में छिपाया गया । आरोपी जितेन्द्र गरवाल व अन्य आरोपी परिजनों के द्वारा पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखाकर पुलिस को भ्रमित करने का पुर्ण रुप से प्रयास किया गया । जिसपर प्रकरण मे धारा 182,211,201 आईपीसी का इजाफा किया गया है ।
गिरफ्तार आरोपी – राजेन्द्र पिता अम्बाराम सिंगाड भील उम्र 22 साल निवासी हम्माल कालोनी रतलाम (मृतक गुड्डु का भाई), जितेन्द्र पिता मोतीलाल गरवाल भील उम्र 22 साल निवासी कलमपाडा थाना बिलपांक (मृतक का जीजा), अम्बुबाई पति अम्बाराम सिंगाड भील उम्र 55 साल निवासी ईश्वर नगर रतलाम (मृतक की मां), संगीता पति जितेन्द्र गरवाल भील उम्र 27 साल निवासी कलमपाडा थाना बिलपांक (मृतक की बहन)
जप्त मश्रुका- आरोपीयो की गिरफ्तारी और पुछताछ उपरान्त आरोपीयों की निशादेही से घटना में प्रयुक्त – लोहे का सब्बल -1, लकडी का डंडा -1, मृतक गुड्डु व आरोपीओ के खून लगे कपडे, मोबाईल -1 बरामद किया गया है ।
सराहनीय भूमिका-
उपरोक्त घटना का 24 घण्टे के भीतर खुलासा करने में नगर पुलिस अधीक्षक श्री हेमन्त चौहान के नेतृत्व में थाना प्रभारी निरीक्षक श्री दिलीप राजोरिया एवं उनि. कांतिलाल सोनार्थी, सउनि. रामसिंह डावर, प्रआर. 855 मो. युसुफ मंसुरी, कार्यवाहक प्रआर. 781 नरेन्द्र चावडा, कार्य. प्रआर. 318 अरविन्द बारिया, आर. 961 रोशन राठौर, आर. 397 मुकेशसिंह, आर. 197 धीरजसिंह, आर. 795 संदीपसिंह, आर. 295 महेन्द्रसिंह, आर. 280 कपिल, आर. 936 संजय कुशवाह, आर. 950 लंकेश पाटीदार, आर. 766 राहुल मारु, मआर. 1023 सुनिता भुरिया, मआर. 807 अपेक्षासिंह सायबर सेल आर. विपुल भावसार का सराहनीय योगदान रहा ।