परम्परागत गणेश पूजन से शुरू हुआ दिव्यांग विवाह समारोह

 

उज्जैन । बुधवार को मेघदूत परिसर में दिव्यांग विवाह समारोह प्रारम्भ हुआ। अपर कलेक्टर श्रीमती विदिशा मुखर्जी द्वारा दिव्यांग जनों का विवाह निर्विघ्न संपन्न होने हेतु भगवान गणेश का पूजन अर्चन किया गया। मंगलवार को दिव्यांग विवाह समारोह के अंतर्गत समारोह स्थल मेघदूत गार्डन में अपर कलेक्टर श्रीमती विदिशा मुखर्जी द्वारा हिंदू विवाह परंपरा अनुसार सर्वप्रथम भगवान गणेश जी का पूजन अर्चन किया गया। इस दौरान जिला पंचायत की श्रीमती कीर्ति मिश्रा, सेवा धाम आश्रम के संचालक श्री सुधीर भाई गोयल एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।पूजन अर्चन आचार्य श्री निर्मल गुरु द्वारा संपन्न कराया गया। उल्लेखनीय है कि आचार्य श्री निर्मल गुरु के सानिध्य में ही विवाह कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले समस्त पूजन विधि विधान से संपन्न कराए जाएंगे। दो दिवसीय दिव्यांग विवाह सम्मेलन में दिव्यांग जनों और उनके परिवार जनों की सुविधा के लिए विभिन्न काउंटर बनाए गए है। यहां हेल्पडेस्क, पंजीयन, प्राथमिक उपचार, आधार कार्ड, यूडी आईडी कार्ड प्रिंटआउट हेतु डिजिटल सर्विस सेवा और जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा बेरोजगार दिव्यांग युवक-युवतियों को विवाह के उपरांत रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए भी काउंटर लगाए गए है।
पंजीयन काउंटर पर दिव्यांग जनों का उत्साह देखते ही बनता था। दिव्यांग जनों को लाने ले जाने के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था भी काउंटर के समीप ही की गई थी। किसी भी तरह की समस्या के निवारण के लिए हेल्पडेस्क बनाया गया था। जिला पंचायत द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना और अन्य शासन की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी दिव्यांग जनों को जानकारी दी गई। इसके अलावा जिला अंत्य व्यवसाई सहकारी विकास समिति मर्यादित द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना व मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के बारे में दिव्यांग जनों को जानकारी दी गई। अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा लगाए गए काउंटर में ऐसे दिव्यांग जोड़े जिनका बैंक में खाता नहीं है, उनका तत्काल बैंक ऑफ इंडिया में खाता खुलवाए जाने की व्यवस्था की गई। इसमें अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के मौजूद होने पर तत्काल दिव्यांग जनों का खाता खुलवाये जाने की व्यवस्था की गई थी। जिला पंचायत द्वारा लगाए गए काउंटर में दिव्यांग जनों और उनके परिवार वालों को मनरेगा स्वच्छ भारत मिशन, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के बारे में जानकारी दी गई।
नागरिक सुविधा केंद्र के अंतर्गत डिजिटल सेवा कॉमन सर्विस सेंटर भी बनाया गया है, जहां पर दिव्यांग जनों के यूडी आईडी कार्ड और आधार कार्ड का प्रिंट आउट निकाल कर दिया जा रहा था ताकि दिव्यांग जनों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक उपचार केंद्र भी बनाया गया था जहां पर दिव्यांग जनों के प्राथमिक उपचार हेतु आवश्यक दवाइयां, इमरजेंसी किट, बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। श्री प्रवीण जोशी द्वारा काउंटर पर ही आगंतुकों के पास वितरण की व्यवस्था की गई थी।
कलेक्टर ने निरीक्षण किया
कलेक्टर शशांक मिश्र द्वारा बुधवार को दिव्यांग विवाह स्थल मेघदूत गार्डन में व्यवस्था का जायजा लिया गया इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती विदिशा मुखर्जी सेवा धाम आश्रम के संचालक श्री सुधीर भाई गोयल जिला पंचायत की श्रीमती कीर्ति मिश्रा एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे कलेक्टर द्वारा महिला संगीत हेतु बनाए गए डोम, विवाहवेदी और मुख्य द्वार का निरीक्षण किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने भोजन शाला में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया
दिव्यांग विवाह सम्मेलन के दौरान दोपहर में दिव्यांग जोड़ों और उनके परिवार वालों के लिए जिला प्रशासन की ओर से मेघदूत के परिसर में भोजन की व्यवस्था की गई है।भोजन बाबा जयगुरुदेव आश्रम द्वारा बनवाया गया। जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री करण कुमारिया द्वारा भोजन शाला में पहुंचकर भोजन की व्यवस्था का जायजा लिया गया। उन्होंने दिव्यांग जनों से पूछा कि भोजन कैसा बना है, जिस पर दिव्यांग जनों द्वारा बताया गया कि भोजन अत्यंत स्वादिष्ट बना है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को हल्दी, मेहंदी और संगीत कार्यक्रम के दौरान दोपहर के भोजन में सब्जी, पूरी, रोटी, सलाद, पापड, दाल, चावल और मिठाई में मूंग का हलवा बनवाया गया था। श्री करण कुमारिया द्वारा काउंटर पर पहुंचकर भोजन वितरण व्यवस्था का जायजा लिया गया। उल्लेखनीय है कि भोजन वितरण हेतु तीन अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे , ताकि भोजन वितरण में किसी भी तरह की असुविधा ना हो।
हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही विवाह स्थल पर प्रवेश कराया
मेघदूत में आयोजित दिव्यांग विवाह सम्मेलन में आगंतुकों को मुख्य प्रवेश द्वार पर कोरोना वायरस से बचाव के चलते हाथ अल्कोहल लिक्विड से सैनिटाइज करवाने के बाद ही अंदर प्रवेश कराया गया।
यही व्यवस्था भोजन शाला में प्रवेश के पहले भी रखी गई है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर शशांक मिश्र द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के चलते एहतियात के तौर पर विवाह सम्मेलन में आने वाले आगंतुकों को हाथ सैनिटाइज करवाने के बाद ही प्रवेश कराए जाने के लिए निर्देश दिए गए थे।