शहरी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र का निरीक्षण किया

रतलाम । रतलाम के समीप शहरी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र दिलीप नगर का आकस्मि‍क निरीक्षण सीएमएचओ डा. प्रभाकर ननावरे द्वारा किया गया। उन्होंने टीकाकरण का कवरेज शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सीएमएचओ द्वारा टीकाकरण सत्र का संचालन किया जाना पाया गया।
स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र दिलीपनगर में स्‍टाफ नर्स पिछले दो माह से अनुपस्थित पाई गई है, इसके लिए संबंधित स्‍टाफ नर्स को स्‍पष्‍टीकरण जारी किया जाएगा। शहरी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में पदस्‍थ लेब टेक्नीशियन को सभी मरीजों की आवश्‍यक जांच करने के निर्देश दिए गए है। शहरी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पर पदस्‍थ चिकित्‍सक को बुखार, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ के मरीजों की अधिक से अधिक जांच और आवश्‍यक उपचार किए जाने के निर्देश दिए गए। चिकित्‍सक को कम से कम 75 मरीज प्रतिदिन ओपीडी संचालित करने के निर्देशित किया गया। मानिटरिंग के दौरान जिले के डीपीएम डा. अजहर अली तथा एम एंड ई अधिकारी राकेशसिंह एवं अन्‍य कर्मचारी उपस्थित रहे ।
इसी प्रकार जिले के प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र बिलपांक में डीएचओ डा. जी.आर. गौड तथा एपिडेमियोलाजिस्‍ट डा. गौरव बोरीवाल द्वारा निरीक्षण किया गया। सीबीएमओ बिलपांक डा. प्रतिभा शर्मा द्वारा फीवर ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। ‘सारी’ अर्थात सीवीयर एक्‍युट रेस्‍पीरेटरी ईलनेस में बुखार, श्‍वसन समस्‍या, जिसमें मरीज को भर्ती होने की जरूरत हो, ऐसे लक्षण सम्मिलित है । ‘आईएलआई’ एंफलुएंजा लाईक इलनेस में बुखार और सूखी खांसी की सामान्‍य समस्‍या पर ध्‍यान केन्द्रित किया जा रहा है।
उल्‍लेखनीय है कि सारी और आईएलआई के मरीजों की स्‍क्रीनिंग कर कोरोना के संदिग्‍ध मरीजों की पहचान की जा रही है । रतलाम जिले के 26 स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों को फीवर क्लिनिक के रूप में चिन्हित किया गया है। सीएमएचओ डा. प्रभाकर ननावरे ने अपील की है कि बुखार के साथ श्‍वसन संबंधी समस्‍या होने पर नजदीकी सरकारी अस्‍पताल में संपर्क करें ।