रतलाम । कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा विभिन्न निरीक्षण कार्रवाइयों में संलग्न निरीक्षकों की एक बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लेते हुए उनकी निरीक्षण कार्रवाइयों की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान कलेक्टर ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा जिले में प्रभावी कार्यवाही नहीं करने, नाम मात्र के नमूने लेने पर खिन्नता व्यक्त करते हुए निरीक्षक श्री कमलेश जमरे से कहा कि आप लोग काम क्यों नहीं करते हो। मिलावट के विरुद्ध प्रभावी ढंग से कार्य क्यों नहीं किया जा रहा है। शासन आपको वेतन देता है, अपने दायित्व के साथ न्याय करें। बैठक में जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी श्री एस.एच. चौधरी, महाप्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक श्री आलोक जैन, उपपंजीयक सहकारिता श्री एस.के. सिंह आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने खाद्य एवं औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिए कि प्रत्येक माह खाद्य सामग्री के नमूने लिए जाएं। बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के विरुद्ध भी बगैर दबाव में आए प्रभावी कार्रवाई करें। सभी प्रकार की खाद्य सामग्री के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएं। कलेक्टर ने समीक्षा में पाया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा उन प्रकरणों को अपर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया गया है जिनमें सैंपल खराब पाए गए हैं। कलेक्टर ने निरीक्षक श्री जमरे को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। यह भी पाया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन के प्रकरण सिविल कोर्ट में भी ठीक से प्रस्तुत नहीं किए जा रहे हैं। निरीक्षकगण जिला न्यायालय में समय पर नहीं पहुंच रहे हैं इससे मजबूती से प्रकरणों को प्रस्तुत नहीं किया जा सका है जिससे कि दोषियों को ढंग से सजा मिल सके।
मात्र तीन दिवस के लिए मेडिकल दुकाने निलंबित क्यों
बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा ड्रग इंस्पेक्टर श्री अजय ठाकुर के कार्य की समीक्षा की गई, पाया कि प्रभावी कार्रवाई के नाम पर ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा अब तक सिर्फ दो मेडिकल दुकानें मात्र तीन दिवस के लिए निलंबित की गई है। कलेक्टर ने कहा कि ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा केमिस्ट दुकानों पर एक्सपायरी वाली दवाओं, नशीले पदार्थों इत्यादि अपराधों के विरुद्ध प्रभावी ढंग से कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसी स्थिति में ड्रग इंस्पेक्टर का कार्य जांच के दायरे में है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गड़बड़ियों की जांच हो, प्रशासन द्वारा प्रभावी ढंग से विभागीय कार्य करवाया जाएगा। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि प्रत्येक माह पुलिस थाने में कम से कम एक एफआईआर, ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराई जाए।
नापतोल निरीक्षक द्वारा भी प्रभावी कार्रवाई नहीं
बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा नापतोल विभाग की कार्यवाहियों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि विभाग द्वारा प्रभावी ढंग से कार्रवाई नहीं की जा रही है। बैठक में निरीक्षक श्री नसीम खान द्वारा संपूर्ण जानकारी प्रस्तुत नहीं करने पर कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। निर्देशित किया कि विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा कि विभाग के लोग जितना वेतन रहे हैं उस वेतन के साथ न्याय करें, शासन की मंशा अनुसार कार्य करें।
सहायक आपूर्ति अधिकारी अहिरवार का वेतन रोकने के निर्देश
बैठक में खाद्य आपूर्ति विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में जावरा क्षेत्र में ज्यादा संख्या में प्रकरणों के निराकरण की स्थिति लंबित पाए जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने क्षेत्र के सहायक आपूर्ति अधिकारी श्री अहिरवार का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जब तक संतुष्टिदायक कार्य नहीं किया जाएगा तब तक वेतन नहीं दिया जाएगा। कलेक्टर ने सभी आपूर्ति अधिकारियों तथा निरीक्षकों को निर्देशित किया कि राशन में गड़बड़ियों के मामलों में प्रत्येक माह कम से कम एक एफआईआर पुलिस थाने में दर्ज कराई जाए।
कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि जिला मुख्यालय पर देखने में आया है पेट्रोल पंपों पर टॉयलेट ठीक ढंग से नहीं है वहां व्यापक गंदगी देखने में आ रही है। सभी पेट्रोल पंप संचालकों को पत्र जारी करें जिसमें शासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार महिला तथा पुरुष के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट हो, वहां पानी का इंतजाम हो, सफाई हो आदि। कलेक्टर द्वारा पात्रता पर्ची जारी करने की समीक्षा भी की गई। साथ ही कल्याणकारी योजनाओं में संस्थाओं को राशन उपलब्ध कराने की जानकारी प्राप्त की गई। सहकारिता विभाग की समीक्षा में कलेक्टर द्वारा ठीक ढंग से कार्य नहीं पाए जाने पर सभी सहकारिता निरीक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी करने के लिए निर्देशित किया गया।