मंदिर और तीर्थ हमारी ऊर्जा के केंद्र हैं – श्री सुराणा

जावरा(अभय सुराणा ) । तीर्थ यात्रा करने से ना केवल पुण्य की प्राप्ति होती है बल्कि इंसान के विचार भी बदलते हैं, जो व्यक्ति निष्काम भाव से यात्रा करता है उन्हें मोक्ष भी प्राप्त होता है, उक्त विचार श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति द्वारा आयोजित तीर्थ दर्शन संत दर्शन यात्रा के दौरान श्री त्रिभुवन भानु पारसनाथ श्री मणिभद्र वीर तीर्थ शिवपुर पर समिति के अध्यक्ष अभय सुराणा ने व्यक्त किए आपने कहा कि मंदिरों और तीर्थों को ऊर्जा का केंद्र माना जाता है इसी वजह से मंदिर या तीर्थ पर जाने से हमारे मन को शांति मिलती है और शांत मन और सकारात्मक सोच के साथ किए गए काम से सफलता मिलती है इस अवसर पर तीर्थ यात्रियों को पुखराज पटवा अशोक लुक्कड़ नगीन सकलेचा प्रकाश चंद श्रीमाल विनोद लुनिया राजकुमार हरण आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समिति द्वारा आज की यात्रा हर दृष्टि से अच्छी रही है भविष्य में यात्राओं कार्यक्रम निरंतर चलते रहना चाहिए जिससे हमारे कर्मों का श्रेय भी होता है और प्रकृति की गोद में बसे तीर्थों का और विराजमान प्रतिमाओं का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। तथा आपस में भाईचारा निरंतर बढ़ता है यात्रा संयोजक श्री शैतान मल दूगड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा श्री शंखेश्वर पारसनाथ मंदिर चौपाटी से प्रारंभ होकर जैन दादावाड़ी वह पहली बार सदस्यों ने अभ्युदयपुरम तीर्थ श्री त्रिभुवनभानु पार्श्वनाथ शिवपुर आलोलिक पार्श्वनाथ हासमपुरा तीर्थ के साथ ही महाकाल लोक का अद्भुत नजारा वह दर्शन करने का सौभाग्य यात्रा में गए सभी सदस्यों प्राप्त हुआ इस अवसर पर आचार्य श्री के दर्शन कर उनके प्रेरक वचन तथा मांगलिक भी श्रवण करी।
श्री सरदारमल चोरड़िया दंपत्ति ने संघपति बनने का सौभाग्य प्राप्त कीया इस अवसर पर संस्था के सभी सदस्यों द्वारा उन्हें शाल माला पहनाकर उनका सम्मान भी किया। अशोक लुक्कड़ पारस ओरा एवं सरदारमल जैन द्वारा संघ पूजा का लाभ लिया गया।
इनकी रही गरिमामय उपस्थिति
श्रीमती शांताबाई चोरड़िया श्रीमती पुष्पा चपड़ोद श्रीमती मधु लुक्कड़ श्रीमती चंचल पटवा श्रीमती उषा लुनिया श्रीमती कुसुम ओरा श्रीमती पदमा श्रीमाल श्रीमती रेखा सुराणा के साथ ही नगीन सकलेचा राजकुमार हरण नरेंद्र संघवी सुशील जैन शांतिलाल रुनवाल पुखराज पटवा बसंतीलाल चपडोद अशोक लुक्कड़ प्रकाश चंद श्रीमाल विनोद लुनिया सरदारमल जैन पारस ओरा अभय सुराणा आदि ने यात्रा में शामिल होकर अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई। आभार प्रदर्शन संस्था के सचिव श्री पुखराज पटवा ने व्यक्त किया।