उपासना पद्धति का टकराव हिंसा की जननी आतंकवाद से भी अनंत गुना ज्यादा खतरनाक है – राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश

कोटा जैन दिवाकर पावन तीर्थ 9 अप्रैल 2023 । विश्व के सभी धर्मों की उपासना पद्धति अलग अलग होने के बावजूद आचार संहिता बुराइयों से मुक्ति और मानवता की रक्षा की शिक्षा प्रदान करती है । उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने नवदीक्षित डॉ प्रकाश मुनि जी की बड़ी दीक्षा समारोह को संबोधित करते कहा कि आचार संहिता क्रिया कांड विचारों के निर्मलता जीवन में पवित्रता एवं आत्म शुद्धि के लिए होते हैं।
उन्होंने कहा कि उपासना पद्धति का टकराव हिंसा की जननी आतंकवाद से भी अनंत गुना ज्यादा खतरनाक है आत्मा को मलिन राग द्वेष का जहर उत्पन्न कर धर्म के नाम पर दुर्गति का मेहमान बनता है। राष्ट्रसंत ने कहा कि भ्रष्टाचार हिंसा बलात्कार आतंकवाद नशा भ्रूण हत्या मिलावट जैसी बुराइयों का नंगा नाच नैतिकता का दिवाला शिक्षा चिकित्सा के अभाव में दम तोड़ना धार्मिकता की दुहाई देने वाले के मुंह पर करारा तमाचा।
जैन संत ने बताया कि कहा कि जो नैतिक है राष्ट्रभक्त है नशा मुक्त पर्यावरण प्रेमी विश्व शांति में विश्वास है वही सच्चा धार्मिक कहलाने का अधिकारी है।
उप प्रवर्तक श्री राकेश मुनि जी ने कहा कि धर्म के नाम पर बिखराव अलगाव और फिरका परस्ती अपने आप में पाप है धर्म जोड़ता है तोड़ता नहीं नव दीक्षित को मुनि कमलेश ने बड़ी दीक्षा प्रदान की तपस्वी घनश्याम मुनि जी ने मंगलाचरण किया
इस अवसर पर, श्री जैन दिवाकर महिला मंडल द्वारा भजन की प्रस्तुति एवं गुरु के प्रति समर्पित आभा जी गांधी,सरोज जी कावड़िया,ने अपना उद्बोधन दिया ।
संघ की ओर से श्री जैन दिवाकर मंच की राष्ट्रीय महिला शाखा,की कार्याध्यक्ष आभा जी गांधी, राज.उपाध्यक्ष, सरोज जी कावड़िया, चेतन जी लोढ़ा रामगंजमंडी एवं दिवाकर जी के साक्षात दर्शन करने वाले उनके प्रति समर्पित वरिष्ठ श्रावक लक्ष्मी लाल जी गांधी का स्वागत, सम्मान किया गया ।
मंच संचालन श्रमण संघ अध्यक्ष सुरेश जैन ने किया। आज की धर्म सभा में झालावाड़ रामगंज मंडी,सिंगोली,सवाई माधोपुर, आदि के श्रावक श्राविका मौजूद थे।
आज की गौतम प्रसादी श्रीमान गौतम चंद जी पीयूष कुमार जी सुभाष नगर कोटा की ओर से रखी गई। पावन तीर्थ के महामंत्री ताराचंद जैन ने बताया कि आगामी 23 तारीख अक्षय तृतीया के पारणा का कार्यक्रम पावन तीर्थ पर महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।