जावरा (अनमोल सुराणा) । हर एक तीर्थंकर परमात्मा अपने केवल ज्ञान के पश्चात समवशरण में अपने सबसे प्रथम शिष्य गणधर भगवंत को दीक्षा प्रदान कर साधु साध्वी श्रावक श्राविका पदों को स्थापित कर धर्म तीर्थ की स्थापना करते हैं , इसलिए इस दिन को शासन स्थापना दिवस कहते हैं। आज शासन स्थापना दिवस जो पूरे भारत मैं ही नहीं वरन विदेशों में भी कई जगह मनाया जा रहा है। और इसको मनाने का मुख्य उद्देश हमारे संघ में जागृति हो, हमारी एकता बनी रहे, पूरे विश्व में जिन शासन की प्रभावना हो प्रभु के शासन की जय हो। उक्त विचार श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति के परामर्शदाता अभय सुराणा अध्यक्ष बसंतीलाल चपडोद इंदरमल दसेड़ा, आनंदीलाल संघवी जीवदया समिति के संयोजक श्री अशोक लुक्कड़ ने व्यक्त किए।श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति जावरा द्वारा शासन स्थापना दिवस मनाया गया । जीव दया सोसायटी जावरा पर जाकर गायों को हरा चारा खिलाया गया इस अवसर पर संस्था के सह कोषाध्यक्ष सरदारमल जैन द्वारा शासन स्थापना दिवस की पुस्तक उजवणी मार्गदर्शिका उपस्थित सभी को प्रभावना के रूप में वितरित करी। इस अवसर पर विशेष रूप से श्रीमती राजकुमारी दसेड़ा भी उपस्थितथी। कार्यक्रम का संचालन सचिव अनिल चोपड़ा ने किया तथा आभार प्रदर्शन कोषाध्यक्ष नगीन सकलेचा ने माना।