मुनि हितेश विजय जी का मंगल प्रवेश

(पाट गादी की स्पर्शना)

जावरा (अभय सुराणा) । आचार्य श्रीमद्विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वर जी म सा के समुदायवर्ती प पु मालव केशरी वरिष्ठ मुनीराज श्री हितेशचंद्र विजय जी म सा, मुनीराज श्री दिव्यचन्द्र विजय जी म सा,मुनीराज श्री वैराग्य यश विजय जी म सा, मुनीराज श्री जितचंद्र विजय जी म सा का आज क्रियोद्धार पूण्य भूमि जावरा नगर में उल्लासमय वातावरण में नगर प्रवेश हुआ। प्रातः 8.30 बजे पहाड़िया रोड लुक्कड़ भवन से नगर प्रवेश चल समारोह प्रारम्भ हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पाट गादी स्थल जैन उपाश्रय पिपली बाजार में पहुचा, नगर प्रवेश जगह जगह गहुलिया कर मुनि मंडल को बंधाया। पिपली बाजार पहुच कर सर्व प्रथम मंदिर जी में दर्शन वंदन कर उपाश्रय में स्थित दादा गुरुदेव राजेन्द्र सूरीश्वर जी म सा की पाटगादी की वंदना कर स्पर्शना की।पश्चात धर्मसभा प्रारम्भ हुई सर्व प्रथम गुरु वंदना की गई, मंगलाचरण हुआ, जावरा श्रीसंघ की ओर से बोलते हुवे श्री धरमचंद्र चपडोद ने मुनि मंडल की वंदना कर स्वागत किया, जावरा श्रीसंघ में मुनि मंडल के आगमन हेतु आभार व्यक्त किया। मुनीराज जितचंद्र विजय जी म सा ने जिनवाणी का श्रवण कराते हुवे कहा कि धर्म को मत भूलो, पाप तो करते है पर पाप होने का ज्ञान नही करते। धर्मसभा को संबोधित करते हुवे मालव केशरी वरिष्ठ मुनीराज श्री हितेशचंद्र विजय जी म सा ने कहा किमनुष्य देवलोक में भी जा सकता है,तिर्यंच में जा सकता है नरक में भी जासकता है,मनुष्य योनि में भी आ सकता है और मोक्ष पद को भी प्राप्त कर सकता है, जंहा तक पहुचना है वहा तक पहुचने के लिए उसके अनुरूप हमारे अपने कर्म हमारी अपनी विचार धारा हमारे अपने जीवन का व्यवहार होना चाहिए, जीवन मेंआप जो कुछ भी करते है परंतु जीवन मे पाप के बंधन से परे होने का प्रयत्न करें। पाप के बंधन से परे होने की जंहा तक बात आती है, वास्तविकता में हमने पाप शब्द पढ़ा है, पाप शब्द सुना है परंतु पाप शब्द को समझा नही है पढ़ना बड़ा सरल है सुनना भी बड़ा सरल है परन्तु उसको जाकर समझना बहुत मुश्किल है
धर्मसभा में जावरा श्रीसंघ के बच्चे जिन्होंने छोटी सी उम्र में पालितणा कठिन नवाणु यात्रा करी उनका बहुमान किया गया, कल्प रांका, आगम लोढा, अर्चिता मेहता का बहुमान हुआ। इस अवसर पर महिदपुर संघ के श्री मुकेश जी बांठिया का बहुमान श्रीसंघ द्वारा किया गया
इस अवसर पर मुनीराज हितेशचंद्र विजय जी म सा ने आगामी दिनो मे समरथ मल जी राजेश जी लोढ़ा परिवार की ओर से श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ जी तक का छहरी पालक संघ निकालने की घोषणा करी। अंत मे पूज्य मुनि भगवंत को जावरा संघ की ओर से काम्बली अर्पण की गई। अंत मे मांगलिक के द्वारा धर्मसभा का समापन हुआ। श्रीसंघ का स्वमिवात्सल्य हुआ। इसअवसर पर कमल नाहटा, राजेन्द्र राठौड़, अशोक लुक्कड़, विनोद वरमेचा, भूपेंद्र रुणवाल, बाबूलाल खेमसरा, अनिल चोपड़ा, अभय चोपड़ा, अंकित लुक्कड़, राजेश वरमेचा, पारस ओस्तवाल आदि उपस्थित रहे।
संचालन मदनसिंह चोरडिया द्वारा किया गया।धर्मसभा में उपस्थित सभी श्रद्धालुओ को प्रभावना वितरित की गई। उक्त जानकारी प्रचार सचिव वीरेंद्र सेठिया द्वारा दी गई।