प्रमोदभाव रखने वाला इंसान ही जीवन के लक्ष्य को पा सकता है – प्रवर्तक सुकन मुनिजी मसा.

भीलवाड़ा (सुनिल चपलोत) । पर्युषण महापर्व चौथें दिन प्रवर्तक सुकनमुनि मसा ने अहिंसा भवन में उपस्थिति श्रध्दालुओं एवं तपस्या करने वाले भाई बहनो से कहां कि इंसान को सफलता तभी ही मिल सकती जब मानव प्रमोद का भाव रखेगा तभी जीवन का लक्ष्य पा पायेगा । उपप्रवर्तक अमृतमुनि ने सहज शब्दो मे कहां की व्यक्ति महापुरुषों के गुणों को ग्रहण करे तभी मानव महान बन सकता है अखिलेश मुनि ने भजन के माध्यम से भाव रखे तथा डॉ. वरूण मुनि शास्त्र के वाचन करते हुये कहां की गुणी जनों के गुणों को देखकर प्रसन्न चित होना हर्षित होना प्रमोद भाव है प्रमोद भाव को अपनाने से व्यक्ति गुणवान बन जाता है अपने जीवन से वह दुर्गुणों को दूर कर देता है ! अहिंसा भवन के मंत्री रिखबचन्द्र पीपाड़ा ने बताया की पर्युषण महापर्व के चतुर्थ दिवस 3 , 4, ,5 6, 7 उपवास तथा महिलाओं ने चुन्दड़ी के उपवास के पच्यखाण लिए । हितेश मुनि महाराज के सानिध्य मे अहिंसा भवन मे दोपहर चंदनबाला महिला मण्डल द्वारा धार्मिक प्रश्नमंच प्रतियोगिता रखी गई जिसमे विजेताओं वालो को पुरूस्कार प्रदान किये गए। इस दौरान महिला जैन कॉन्फ्रेंस प्रांतिय अध्यक्षा पुष्पा गौखरू व महामंत्री नीता बाबेल ने आगामी दिनों में राष्ट्रीय स्तर होने वाली आनलाइन प्रतियोगिता की जानकारी दी ।