हॉक फोर्स बिरसा और पुलिस ने दिखाया अदम्य साहस, गिरफ्त में आए बादल को छुड़ाने के लिए नक्सलियों ने की लगातार दो घंटे फायरिंग
भोपाल । मध्यप्रदेश पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान के तहत बालाघाट पुलिस तथा हॉक फोर्स को आठ लाख रूपये के ईनामी नक्सली बादल को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।
पुलिस अधीक्षक बालाघाट ने मुखबिर से सूचना मिलने पर हॉक फोर्स एस.ओ.जी. बिरसा को बांधाटोला (समनापुर) जंगल क्षेत्र में भेजा जहां दो संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देने पर उन्हें पकड़ने के लिए घेराव किया। पुलिस को देखते ही एक व्यक्ति ने पिस्टल निकाल कर पुलिस पर फायर किया और दोनों नक्सली तालाब में कूद गये। एस.ओ.जी. बिरसा के पाँच जवान अदम्य साहस का परिचय देते हुए तालाब में कूदे और एक नक्सली को गिरफ्त में ले लिया, दूसरा भागने में सफल रहा।
गिरफ्त में आए नक्सली की पहचान बादल इंचार्ज विस्तार प्लाटून दो, एरिया कमेटी मेम्बर के रूप में हुई। बादल की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा तीन लाख तथा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पाँच लाख रूपये, इस प्रकार आठ लाख का ईनाम घोषित था।
गिरफ्तार नक्सली को वापस लाते समय इसे छुड़ाने तथा पुलिस पार्टी को जान से मारने के उद्देश्य से जंगल में मौजूद 20-25 नक्सलियों ने लगातार दो घंटे तक फायरिंग की। नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर 80-90 राउण्ड फायर किये। आत्मरक्षार्थ हॉक फोर्स ने भी जवाबी फायरिंग की और गिरफ्तार नक्सली को सही-सलामत लाने में सफल रहे। मुठभेड़ स्थल पर 6 टीमों द्वारा लगातार सर्चिंग की जा रही है।
गिरफ्तार नक्सली बादल पर बालाघाट, राजनांदगाँव तथा कबीरधाम जिले में 17 नक्सल अपराध दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी में हॉक फोर्स एस.ओ.जी. बिरसा टीम के प्रभारी सहायक उप निरीक्षक श्री विपिन खलको, प्रधान आरक्षक श्री महेन्द्र सिंह, श्री राजेश कोल, आरक्षक श्री राजकुमार कोल तथा आरक्षक श्री विवेक तोमर की साहसिक भूमिका रही। जंगल में मुठभेड़ के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैहर श्री श्याम कुमार मरावी ने अपने हमराह बल के साथ कवर फायरिंग देने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।