झुमरीतिलैया। रमता योगी बहता पानी कहावत के अनुसार झुमरी तलैया धर्म नगरी में परम पूज्य आचार्य श्री 108 विहर्श सागर जी महाराज का भव्य मंगल प्रवेश हुआ । ज्ञात हो की परम पूज्य आचार्य श्री 108 विहर्श सागर जी महामुनिराज ससंघ का मंगल चातुर्मास दिल्ली में 2023 का संपन्न हुआ । इसके बाद दिल्ली से मंगल विहार जैन धर्म के सबसे बड़े तीर्थ सम्मेदशिखर जी की ओर हुआ रास्ते में प्रयागराज, बनारस गया,ओर कई जैन तीर्थ का दर्शन कर लगभग 2000 किलोमीटर की यात्रा करते हुवे आज धर्म नगरी झुमरीतिलैया में मंगल आगमन हुआ। रास्ते में भीषण गर्मी में भी आचार्य श्री बिहार करते हुए चल रहे थे कोडरमा की धरती में आगमन के साथ नगर भ्रमण में समाज के द्वारा रास्ते मे कई जगह चरण वंदन ओर आरती की गई । आचार्य श्री ससंघ ने नगर भ्रमन कर श्री दिगम्बर जैन मंदिर पहुँचे जहाँ समाज के लोगो ने आरती किया गया ओर कोडरमा में विराजमान परम पूज्य गणनी आर्यिका 105 शुभ मति माता जी की परम प्रभावक शिष्या क्षुल्लिका 105 श्री सुहित मति माताजी,क्षुल्लिका 105 श्री सुविभूति मति माता,क्षुल्लिका 105 श्री सुआदर्शमति माताजी,क्षुल्लिका 105 श्री संयम मति माताजी ने गुरुदेव की आगवानी कर तीन परिक्रमा देते हुवे गुरुदेव को नमोस्तु किया । आचार्य श्री द्वारा मंदिर दर्शन के पश्चात अपने मंगल आशीर्वाद में कहा कि जैन साधु बनना बहुत कठिन है क्योंकि जैन साधु को पूरा भारत पैदल बिहार करते है, एक समय भोजन करना अपने शरीर पर कपड़ा नहीं पहनना माथे का बाल को अपने हाथों से उखाड़नान,इस विषम गर्मी मे जहाँ लोग घर से नही निकल रहे है वही जैन साधु पैदल विहार करना आदि कई कठिन तपस्या है इस अवसर विशेष रूप से समाज के उप मंत्री नरेंद्र झांझरी ,अभिषेक पंडित जी,सुबोध गंगवाल,पूर्व मंत्री ललित सेठी,महिला संगठन की अध्यक्षता नीलम सेठी,मंत्राणी आशा गंगवाल आदि अनेक भक्त अगवानी में शामिल थे।कोडरमा मीडिया प्रभारी जैन राज कुमार अजमेरा,नविन जैन ने दी।