राजस्थान की धर्म धरा आहोर में होगा आचार्य श्री का चातुर्मास प्रवेश 15 जुलाई को

जावरा (अभय सुराणा) । प.पु.कलिकाल कल्पतरु दादा गुरुदेव राजा राजेन्द्र सूरीश्वर जी की पाट परम्परा में नवम आचार्य एवं प पु गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद्विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वर जी म सा के पट्टधर, पूज्य ज्योतिषाचार्य मुनिराज श्री जयप्रभ विजय जी म सा के शिष्य रत्न प पु संयम स्थविर,मालव केशरी गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद्विजय हितेशचंद्र सूरीश्वर जी म सा आदि ठाणा 5 एवं प पु साध्वीजी श्री तत्वलोचना श्रीजी म सा आदी ठाणा 10 का इस वर्ष का वर्षावास राजस्थान की धर्म धर गुरु राजेन्द्र की चरण रज से पल्लवित धर्म नगर आहोर में होगा। ज्ञात रहे त्रिस्तुतिक समाज का आहोर नगर एक प्रमुख स्थान होकर गुरु गादी का स्थान है।
पूज्य आचार्य श्री का आचार्य पद आरोहण के पश्चात यह प्रथम चातुर्मास है।आहोर त्रिस्तुतिक श्रीसंघ के कमल लूणिया, जयंतीलाल कंकु चोपड़ा,जयंतीलाल वानीगोता ने भारत वर्ष के सभी श्रीसंघ से इस अवसर पर आहोर नगर पधारने का निवेदन किया है। आचार्य श्री का चातुर्मास मंगल प्रवेश दिनाँक 15 जुलाई 2024 को आहोर गोंडी पार्श्वनाथ मंदिर से प्रारम्भ होकर राजेन्द्र सूरी उपाश्रय जून बस स्टैंड पर पहुचेगा। जंहा पर धर्मसभा होगी। इसअवसर ओर सम्पूर्ण भारत से गुरु भक्त आहोर पहुच रहे है।
उक्त जानकारी प्रदान करते हुवे अ भा सो बृ त त्रिस्तुतिक श्रीसंघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल चोपड़ा ने बताया कि श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ एवं पालीताणा के ट्रस्टी भी आहोर पधार रहे है। जावरा नगर से भी 20 सदस्य इसअवसर पर आहोर नगर पधार रहे है।