आचार्य देव श्री नयचंद्रसागर सुरीश्वर जी म.सा. की निश्रा में आइडियल स्टूडेंट कार्यक्रम

माता-पिता साथ है,तो किसी भी संकट को पार कर सकते हैं – मोटिवेशनल स्पीकर समीर भाई

रतलाम, 28 जुलाई। वर्धमान तपोनिधि पूज्य आचार्य देव श्री नयचंद्रसागर सुरीश्वर जी म.सा. एवं गणिवर्य डॉ. अजीत चंद्र सागर जी म.सा. की निश्रा में रविवार को सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज में आइडियल स्टूडेंट कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें मोटिवेशनल स्पीकर समीर भाई ने बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को जीवन में किस तरह से आगे बढ़कर लक्ष्य हासिल करें उस पर प्रकाश डाला।
मोटिवेशनल स्पीकर समीर भाई ने कहा कि यदि माता-पिता साथ है तो आप किसी भी संकट को पार कर सकते हैं। क्योंकि माता-पिता को भगवान से भी ऊपर बताया गया है। इसलिए उनका आशीर्वाद हमेशा साथ रहना चाहिए। जीवन में बच्चों को शिक्षा से पहले संस्कार देना चाहिए, सिर्फ शिक्षा से कुछ नहीं होता। संघर्ष चाहे कैसा भी आए सोच हमेशा पॉजिटिव और भगवान पर विश्वास रखना चाहिए।
समीर भाई ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना बहुत जरूरी है। जब तक हम लक्ष्य नहीं बनाएंगे तब तक आगे नहीं बढ़ सकेंगे। लक्ष्य हासिल करने के बाद भी हमें रुकना नहीं है, उस पर टिके रहने के लिए निरंतर परिश्रम करने की आवश्यकता होती है और जो लगातार परिश्रम करता है, वह आगे बढ़ता है। बच्चों का फोकस सिर्फ पढ़ाई पर होना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में हमारे मन में निगेटिव विचार नहीं आने चाहिए। व्यक्ति शरीर से नहीं मन से विकलांग होता है।
समीर भाई ने कहा कि हमें क्या करना है यह हम तय करेंगे, कोई और नहीं। लक्ष्य से डरना नहीं है, उसे हासिल करने के लिए लगातार आगे बढ़ना है। जितना साहस दिखाओगे उतना लक्ष्य को करीब पाओगे। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन कमजोर परिणाम आने पर कभी परिश्रम करना छोड़ना नहीं है। आखिर कहां कमी रही यह सोचकर पुनः आगे बढ़ना और जब तक लक्ष्य हासिल ना हो जाए तब तक रुकना नहीं है।
श्री देवसुर तपागच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय रतलाम एवं श्री ऋषभदेव जी केसरीमल जी जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम के तत्वावधान में आयोजित आइडियल स्टूडेंट में बड़ी संख्या में श्रावक, श्राविकाएं उपस्थित रहे।