एड्स जागरूकता का अभियान का शुभारंभ डॉ लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज में किया गया

एड्स की जानकारी ही बचाव है

रतलाम 12 अगस्त 2024। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 12 अगस्त के अवसर पर रतलाम जिले में एड्स/एस टी आई जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। डॉ लक्ष्मी नारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री गोविंद काकानी, श्री हेमंत राहोरी, श्री मनोहर पोरवाल एवं उज्जैन आलोट सांसद प्रतिनिधि श्री जितेंद्र काला, डीन डॉ अनीता मुथा, सीएमएचओ डॉ आनंद चंदेलकर, नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक अरोरा, पीएसएम की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर स्वर्ण कांता लिखार, डॉ ध्रुवेंद्र पांडे, डॉ पवन शर्मा डॉ प्रफुल्ल सोनगरा, मेडिकल कॉलेज के सुपरिंटेंडेंट डॉ प्रदीप मिश्रा , हॉस्पिटल मैनेजर डॉक्टर अंकित शर्मा, जिला जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत यूनिसेफ के प्रतिनिधि श्री संजय सेन, डीपीएम डॉ अजहर अली, डॉ गौरव बोरीवाल, डॉ संकल्प श्रीवास्तव, एपीएम श्रीमती हीना मकरानी, श्री शरद शुक्ला, पीएमडीटी कोऑर्डिनेटर श्री जय सिंह सिसोदिया, काउंसलर श्री अपूर्व शर्मा, ए आर टी समन्वयक डॉ रामेंद्र गुप्ता, आदि की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए सीएमएचओ डॉ आनंद चंदेलकर ने बताया कि प्रदेश के 10 जिलों में चलाए जा रहे अभियान में रतलाम जिले में एचआईवी/एड्स के रोगियों की संख्या अधिक होने के आधार पर रतलाम जिले को भी कार्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। जन जागरूकता अभियान के दौरान 12 अगस्त 2024 से 12 अक्टूबर 2024 तक जन जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी। रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री गोविंद काकानी ने कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों से रक्तदान करने की अपील की। श्री मनोहर पोरवाल ने एड्स रोग की जानकारी लोगों तक पहुंचाने की बात कही। श्री हेमंत राहोरी ने कहा कि एचआईवी/एड्स के रोगियों के लिए शासन द्वारा निशुल्क खाद्यान्न पात्रता पर्ची बनाए जाने का प्रावधान है। इसके लिए एचआईवी पीड़ित मरीज को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाना चाहिए।
मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ अनीता मुथा ने कहा कि कम्युनिटी मेडिसिन के अंतर्गत एचआईवी /एड्स के लिए मेडिकल कॉलेज की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। नोडल अधिकार डॉ अभिषेक अरोरा ने बताया कि एड्स का पूरा नाम एक्वायरड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम है, अर्थात यह रोग किसी न किसी रूप में अर्जित किया जाता है और इसके होने पर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है, जिसके कारण बीमारियों के ठीक होने की दर बहुत ही धीमी हो जाती है। एचआईवी/एड्स मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संपर्क, बिना विसंक्रमित की हुई सिरिंज या नीडल के उपयोग से, असुरक्षित ब्लड ट्रांसफ्यूजन से एवं गर्भवती माता से गर्भस्थ शिशु को होता है।
इससे बचाव के लिए सभी लोगों को अपनी एचआईवी/एड्स की जांच आवश्यक रूप से कराई जाना चाहिए। एड्स से बचाव हेतु असुरक्षित यौन संपर्क नहीं करना चाहिए, यौन संपर्क के दौरान कंडोम का प्रयोग अवश्य करना चाहिए, हमेशा नई सुई एवं नई सीरींज का उपयोग करना चाहिए, ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए हमेशा ब्लड की पूर्व जांच करना चाहिए और समस्त गर्भवती माता को गर्भावस्था के दौरान एचआईवी की जांच अनिवार्य रूप से कराई जाना चाहिए। समय पर जांच एवं उपचार करने से रोग से बचा जा सकता है एवं इसके प्रसार को रोका जा सकता है। किसी भी स्थिति में नशा नहीं करना चाहिए नशा करने वाले व्यक्तियों द्वारा एक ही सुई का अनेक बार उपयोग करना एड्स का एक महत्वपूर्ण कारण पाया गया है।
जिले भर में वर्तमान में लगभग 2500 से अधिक एच आई वी मरीज रजिस्टर्ड है। जिनका ए आर टी पद्धति से उपचार किया जा रहा है। उपचार करने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों ने एड्स रोग के संबंध में अधिनियमों से परिचित कराते हुए एड्स रोगियों के मानव अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान महिला बाल विकास विभाग यूनिसेफ के प्रतिनिधि श्री संजय सेन ने उपस्थित सदस्यों से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संकल्प कराया। श्री रत्नेश विजयवर्गीय जिला समन्वयक जन अभियान परिषद ने सभी को नशामुक्त भारत एवं एक पेड़ मां के नाम अभियान का संकल्प कराया। कार्यक्रम के दौरान मैदान स्तर पर सक्रिय रूप से कार्य करने वाले श्री काजल जी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में एचआईवी/एड्स के क्षेत्र में कार्य करने वाले स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान सभी सम्माननीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने एड्स जागरूकता प्रचार वाहन और रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम के दौरान जिले के शहरी आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आरोग्यम नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आशीष चौरसिया ने किया तथा अंत में आभार श्री जयसिंह सिसोदिया ने माना।