रतलाम। लंबे समय से घर से निकली मनोरोगी महिला रुक्मणी उम्र लगभग 45 वर्ष को 10 अगस्त डी डी नगर मल्टी के पास से चीता फोर्स के संदीप भाई ने जिला चिकित्सालय आइसोलेशन वार्ड में तेज बुखार, कमजोरी और लावारिस स्थिति में भर्ती करवाया। सिविल सर्जन एम एस सागर , मनोरोग चिकित्सक, आइसोलेशन वार्ड के सिस्टर एवं कर्मचारी के साथ समाजसेवी गोविंद काकानी के सतत प्रयासों से रुक्मणी का स्वास्थ्य उत्तम बोलने लायक होने पर उसने बताया कि वह ग्राम पसरवाडी दुर्गा माता मंदिर के पास जिला सागारेड्डी, तेलंगाना की रहने वाली है । 10-12 साल पहले पति ने उसे छोड़ कर दूसरी शादी कर ली है । वह अपने पिता रामलू एवं मां लक्ष्मी के साथ गांव में भाई विनोद के साथ रह रही । घर वालों से बात करने के लिए समाजसेवी गोविंद काकानी ने काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्य रत्नेश राठी, दीपक लाठी (जो की पूर्व में हैदराबाद तेलंगाना रह चुके हैं) की मदद से जिला सागारेड्डी कलेक्टर के नंबर ढूंढ कर उनके पीए अनिल कुमार गडीला से संपर्क कर उन्हें महिला के बारे में जानकारी व्हाट्सएप पर भेजी| उनके के द्वारा दिए नंबर पर महिला विभाग सखी ने वहां के सरपंच दुलिया नायक के सहयोग से भाई विनोद से मोबाइल पर बात करवाई ।
इस प्रकार महिला की पहचान हो गई| घरवालों से वीडियो कॉलिंग पर जब बात करवाई तो महिला फटफट कर रोने लगी ,छोटे बच्चों को प्यार भरी नजरों से स्नेह भरी आवाज मैं बोलने लगी| मां ,भाई और बच्चों से बात कर वह अपने घर वापस जाने के लिए परिवार से आग्रह करने लगी । परिवार की स्थिति गरीब होने से उन्होंने आने में असमर्थता दिखाई इस पर समाजसेवी गोविंद काकानी ने बताया कि भेजने की व्यवस्था प्रशासन के सहयोग से शीघ्र की जाएगी। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर रुक्मणी को परिवार से मिलने के पूरे प्रकरण में जिला प्रशासन रोगी कल्याण समिति, पुलिस प्रशासन ,जिला अस्पताल प्रशासन एवं समाजसेवियों का परिवार वालों ने धन्यवाद प्रकट किया है।