मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से बहनों के जीवन में आया सकारात्मक परिवर्तन

रतलाम 3 सितंबर 2024। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना रतलाम जिले की बहनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आई है। बहनों के छोटे-छोटे काम अब आसानी से बनने लगे हैं, अब छोटे-छोटे कामों के लिए उनको दूसरों के आगे हाथ नहीं पसारना पड़ता है।
रतलाम शहर में कस्तूरबा नगर की रहने वाली पूजा पाल के जीवन में तो लाडली बहना योजना से बड़ा परिवर्तन आया। जब उसको लाडली बहना की राशि मिली शुरू हुई तब उसने अपनी सास दीपिका पाल के साथ मिलकर दोना पत्तल का एक छोटा सा व्यवसाय ही शुरू कर दिया। इंदौर से दोनों सास बहू कच्चा माल खरीद कर लाई और दुकानों पर सप्लाई कर धीरे-धीरे करके व्यवसाय आगे बढ़ाया इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक से छोटा सा लोन लेकर मशीन खरीदी। अब उनका काम तरक्की के पथ पर बढ़ चला है, पूजा इसका श्रेय पूरा मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना को ही देती है, उसका कहना है कि लाडली बहना योजना की राशि प्राप्त नहीं होती तो हम यह व्यवसाय शुरू नहीं कर पाते इसलिए हम मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी को हृदय से धन्यवाद देते हैं।
रतलाम की काटजू नगर क्षेत्र की रहने वाली किरण चौहान भी लाडली बहना योजना के फायदों से बहुत खुश है उनका कहना है कि पहले छोटे-छोटे खर्चों के लिए भी पैसों की तंगी रहती थी, लेकिन जब से मुझे राशि मिलना शुरू हुई है मेरे जीवन में यह 1250 रुपए की राशि वरदान बनकर आई। किरण के पति जब बीमार हुए तो लाडली बहना योजना से ही दवाइयों की छोटे-मोटे खर्चे का इंतजाम हो गया। किरण भी मुख्यमंत्री डॉ यादव को धन्यवाद देता है।
रतलाम जिले में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना अंतर्गत 255176 लाडली बहनों को प्रतिमाह सहायता राशि का लाभ मिल रहा है। प्रत्येक माह रतलाम जिले की लाडली बहनों को शासन द्वारा कुल 30 करोड़ 96 लाख रुपए की सहायता राशि इस योजना में उपलब्ध कराई जाती है।
जिले के आदिवासी विकासखंड सैलाना के दूरस्थ गांव खंखई की रहने वाली नंदूडीबाई के खाते में जब एक हजार की राशि आई तो आदिवासी समाज की इस बहन के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई वह खुशी से झूम उठी। उसने कहा हमारे मुख्यमंत्री भैया ने हमारे परेशानी दूर कर दी हैं, आप हर महीने हमें एक हजार मिलेंगे और हमारे घर की हर जरूरत की चीज अब हम खरीद लाएंगे। नंदूडीबाई ने जब खाते में एक हजार योजना की राशि प्राप्त की तो वह दूसरे ही दिन निकट अर्बन हाट बाजार पहुंची और अपने घर की जरूरत का स्टील का घड़ा खरीद कर लिया। उसका कहना है कि अगले महीने जब मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की एक हजार की राशि मिलेगी तो उस राशि से वहां घर की रसोई के लिए अन्य जरूरी स्टील के बर्तन खरीदेगी। इसी प्रकार के खुशियों से भरे उद्गार जनतीय समाज की अन्य बहनों ने भी व्यक्त किए हैं। इस योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव को हृदय से धन्यवाद देती हैं।