रतलाम। आज परम पूज्य बाबा जय गुरुदेव जी महाराज कि भव्य शाकाहारी कलश यात्रा (शोभा यात्रा ) एवं आध्यात्मिक सत्संग भंडारा महाप्रसादी का आयोजन किया गया। कलश यात्रा का शुभारंभ बावड़ी चौक मनकानेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण से शुभारंभ हुआ जो की शिवगढ़ नगर के प्रमुख मार्ग शीतला मंदिर रावटी रतलाम रोड चौक नीम चौक, पुराना बस स्टैंड, टंकी चौक होते हुए ग्राम कासाखारी सत्संग स्थल पर कलश शोभा यात्रा धर्म सभा के रूप में परिवर्तित हुई । सर्व प्रथम परम पुज्य बाबा जय गुरदेव महाराज के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर पूजा अर्चना की गई तथा तत्पश्चात जहां पर परम पूज्य बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के परम शिष्य एवं राष्ट्रीय उपदेश सतीश चंद्र महाराज जी के मुखारविंद से परम संत बाबा जय गुरुदेव जी महाराज के अमर संदेश , सत्संग अमृत वचनों का अमृत पान कराया गया।
संतों की भाषा का पहला दिन जैसे एक छोटा सा बच्चा अपनी मां की कोख से जन्म लेकर धीरे-धीरे वह मां की आवाज को पहचानता है इस प्रकार संतों का वह पहला दिन कहलाता है। हमारी आत्मा की शक्ति दोनों आंखों के मध्य भाग से निकलती है से निकलती है। जहां पर इंगला और पिंगला निवास करती है। सभी संत महापुरुषों ने अपने विचारों एवं ज्ञान दृष्टि से सन्मार्ग बतलाया है। बड़े भाग्य से मानव तन पावा ,सुर दुर्लभ सद् ग्रंथही गावा ।
अर्थात भगवान ईश्वर की कृपा से जिस जीव पर उनकी कृपा हो जाती इस जीव को मनुष्य जीवन मिलता है। यह मानव शरीर कर्मों के फल के अनुसार प्राप्त हुआ है। इसलिए मनुष्य को अपने जीवन का महत्व समझ कर अपने सत्कर्मों को करना चाहिए। ईश्वर ने कर्म के विधान के अनुसार ही मनुष्य योनि में जन्म लेता है। जिस जीव पर ईश्वर की कृपा नहीं होती है वह जीव भोग योनि में जन्म लेता है तथा उसे कीड़ा मकोड़ा कुत्ता कुत्ता बिल्ली गाय भैंस सांप बिच्छू छिपकली की योनियों में जन्म लेना पड़ता है तथा यह जीव 84 लाख योनियों में जन्म लेकर इधर-उधर भटकता रहता है। इसलिए हमें मनुष्य जीवन मिला है तो प्रभु का सुमिरन ध्यान भजन नित्य प्रार्थना सत्संग करना चाहिए। इस भारत की पावन धरती पर लगभग एक करोड़ साधु संत और ऋषि मुनि रहते हैं। यदि वे संकल्प लेले की 20-20 साधु संत ऋषि मुनि हर गांव के घर-घर जाकर धर्म का प्रचार करें और जनता को समझाएं की धर्म क्या है। तो इस भारत की पावन धरा पर नजार और ही कुछ होगा।
परम पूज्य बाबा जय गुरुदेव जी महाराज का शाकाहारी सदाचारी मिशन निरंतर चल रहा है जिससे 2011 की जनगणना के अनुसार इस भारत देश में लगभग 82 करोड़ लोग मांसाहारी हैं । शराबी कबाबी है उनके घर पर तो जय श्री राम लिखा हुआ है। लेकिन उनके घर के चूल्हे में अंडा मांस मछली बनाया जा रहा है और वह शराब के नशे में पड़े हुए हैं। इंग्लैंड अमेरिका जैसे देश में बेटियां शराब सिगरेट बीड़ी पी रही है वैसे इस भारत देश की पावन धरती पर भी बेटियां निरंतर बिगड़ती जा रही है शराबी कबाबी बन गई है और अपने बॉयफ्रेंड के साथ दिन-रात घूमती रहती है जो की बहुत ही खराब है उनके साथ बलात्कार दे शोषण जैसे अन्य अत्याचार करके उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके फेंक दिए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति को सुधारने के लिए देश के गांव-गांव में जाकर बाबा जय गुरुदेव जी महाराज के सेवादार तथा परम शिष्य उनको सही मार्ग पर लाने के लिए शाकाहारी सदाचारी संदेश दे रहे हैं। जिससे उनका मानव जीवन का कल्याण हो सके तथा एक नए समाज का निर्माण हो सके। बाबा जयगुरुदेव आश्रम मथुरा आगरा दिल्ली बाईपास पर विशाल वार्षिक भंडारा का आयोजन दिनांक 8 दिसंबर 2024 से 12 दिसंबर 2024 तक तक होगा। जिसमें आप सभी सत्संगी धर्म प्रेमी सादर आमंत्रित हैं।
इस अवसर पर प्रांतीय संरक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह, जीतू भाई गुजरात प्रांत के पर्यवेक्षक, प्रकाशचंद जी प्रांतीय संरक्षक, राष्ट्रीय महासचिव वि वि दोहरी, बद्रीलाल पाटीदार, बाबूलाल टाक, देवराम रसवाल, देवीसिंह कटारा, डॉ समरथ भाभर, नानजी मईडा ,मोहनलाल भूरिया, मोदी राम खदेड़ा, अमर सिंह निनामा, केसर सिंह मईडा, ओंकारलाल मीणा, भावेश शर्मा, भारत खदेड़ा, बाबूलाल खदेड़ा, बहादुर मईडा ,मुंशीलाल कटरा, अमर सिंह बाबर मनीष गामड़ मनीष डामर, मनीष मचार, करतार भाभर, अमर सिंह भाबर ,बालचंद चरपोटा, बाबूलाल पाटीदार ,बद्रीलाल पाटीदार ,वेदप्रकाश गंगवाल ,तेरसिंह मचार, दिलीप खराड़ी, कांतिलालमचार ,राजूभाई जमुनिया,दयारामजामुनिया, कैलाश पारगी, अंकित रसवाल, नीता कटरा, भारती गरवाल, फूलीबाई डामर, बसंती मचार, नीता दोहरी ,कमलाबाई, सीताबाई, गीताबाई, विष्णु भाई, कंचन बाई, लक्ष्मीबाई, शांति बाई, समाजसेवी सूरतलाल डामर आदि बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी उपस्थित थे।