- समाज के पिछड़े, निर्धन, शोषित, वंचित वर्ग की बच्चियों के लिए किया विशेष आयोजन
- सेवा शब्द बहुत छोटा होता है लेकिन उसको जीने में पूरा जीवन लग जाता है – आकाश चौहान
रतलाम । सेवा शब्द बहुत छोटा होता है लेकिन उसको जीने में पूरा जीवन लग जाता है। सेवा यानी निरपेक्ष भाव कर्तव्य भाव निष्पक्ष भाव से किया गया कार्य ही सेवा होती है। स्वस्थ शरीर तभी माना जाता है जब आपका प्रत्येक अंग में संवेदना होनी चाहिए । हिंदू संस्कृति कहती है कि तेरा मेरा यह सोचने वाले छोटी सोच के होते हैं जबकि पूरा विश्व ही हमारा परिवार है यही सोच हिंदू धर्म की है । तीनों भाव से सेवा करने पर ही सेवा होती है। हमें विशाल लक्ष्य लेकर कार्य करना है। उपरोक्त बात सेवा भारती रतलाम द्वारा आयोजित भव्य कन्या पूजन एवं कन्या भोज में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संघ के रतलाम विभाग सकार्यवाहक आकाश चौहान ने कहे।
राजपूत बोर्डिंग रतलाम में सेवा भारती द्वारा भव्य कन्या पूजन एवं कन्या भोज का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में आकाश चौहान मुख्य वक्ता, श्रीमती सीमा अग्निहोत्री, शिक्षिका डॉ बीएल तापड़िया एवं युवा उद्यमी तथा सेवा भारती रतलाम अध्यक्ष अनु छाजेड़ मंचासीन रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत सेवा भारती पदाधिकारीयो द्वारा किया गया।
अध्यक्ष अनु छाजेड़ ने बताया कि कन्या पूजन तो आपने बहुत देखे होंगे क्योंकि यह एक हिंदू परंपरा है परंतु सेवा भारती रतलाम ने एक अनोखा कन्या पूजन आयोजित किया है इस पूजन की विशेषता यह थी की यह समाज के पिछड़े, निर्धन, शोषित, वंचित वर्ग की बच्चियों के लिए विशेष रूप से आयोजित किया गया था|
सेवा भारती रतलाम द्वारा पूरे रतलाम जिले मे विभिन्न सेवा कार्यों का संचालन, पोषण किया जाता है । उन्ही मे से कुछ प्रकल्प निर्धन बस्तियों मे भी संचालित किए जाते है, जहां संस्कार केन्द्रों के माध्यम से बच्चों मे संस्कार का रोपण किया जाता है तथा उन्हे उज्जवल भविष्य की राह दिखाई जाती है, ताकि वे बड़े होकर समाज की मुख्य धारा मे सहभागी बन सके| स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से नियमित स्वस्थ परीक्षण किया जाता है तथा स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराई जाती है| महिला स्वलम्बन के प्रकल्प भी संचालित किए जाते है| इस कन्या पूजन की बच्चियाँ उन्ही परिवारों की है ।
संघ और सेवा भारती का कार्य समाज मे सेवा प्रकल्पों के माध्यम से परिवर्तन खड़ा करना है और सेवा भारती बखूबी यह कार्य निरंतर कर रही है । हमारा स्वयंसेवक समाज के हर सुख दुख मे सदेव तत्पर रहता है, तथा इस कार्यक्रम के माध्यम से भी सेवा भारती का संदेश समता और सभी के लिए सेवा का था| कार्यक्रम में करीब 1200 कन्याओं का भोज आयोजित कर कन्या पूजन किया गया तथा उपहार प्रदान किए गए।
सीमा अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जो हम सोचते हैं वह हो जाता है अच्छा सोचते हैं तो अच्छा होता है सेवा भारती बहुत अच्छा कार्य कर रही है जो समाज के लिए प्रेरणादाई है। शिक्षा के साथ ही संस्कार भी बहुत जरूरी है संस्कार नहीं हो तो शिक्षा का दुरुपयोग होने की पूरी संभावना है।
कार्यक्रम के अंत मे एक्सीलेंस स्कूल रतलाम की दो छात्राओं ने राजस्थानी लोक नृत्य “तेरह ताली” प्रस्तुत किया जिसके पश्चात मंच पर अतिथियों द्वारा नौ कन्याओं का पूजन कर कन्या पूजन की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम मे विभाग सेवा प्रमुख गजेंद्र जी, जिला सेवा प्रमुख पवन कसेरा, मनीष सोनी, सेवा भारती के नितिन जी फलोदिया, अभिनव बरमेचा, स्वतंत्र पाटनी, वीणा छाजेड़, आशा दुबे, सुमित्रा अवतानी, निधि अग्रवाल, राकेश मोदी, राजेश बाथम, संगीता जैन, तथा बड़ी संख्या मे समाज जन व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम मे भवजागरण हेतु गीत अर्पित ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन सेवा भारती सचिव मोहित कसेरा ने किया तथा आभार आयोजन समिति के नितिन फलोदिया ने किया ।