उपाध्याय प्रवर श्री गौतम मुनिजी म.सा. द्वारा प्रदन की गई आदर की चादर रतलाम श्रीसंघ के सदस्यों द्वारा भेंट की गई
रतलाम । महाराष्ट्र के चन्द्रपुर नगर में चातुर्मास हेतु विराजित तप चक्रेश्वरी आयम्बिल तप आराधिका पूज्याश्री अरुणप्रभा जी म.सा. आदि ठाना 04 के दर्शनार्थ एवं पूज्या श्री अरुणप्रभाजी मसा के 121 आयम्बिल तप की पूर्णाहुति पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
इस अवसर पर नागपुर श्रीसंघ द्वारा महासती श्री अरुण प्रभा जी मसा आदि ठाना के वर्ष 2025 के चातुर्मास की विनती की गई। नागपुर श्री संघ के पदाधिकारी एवं अरुणप्रभा जी मसा आदि हमारे इंदरमलजी जैन एवं वकील सा एवं महेंद्रजी बोथरा के सम्पर्क में थे, एवं एक मध्यस्थ कड़ी के रूप में कार्य किया। मसा की भावना थी की इस अवसर पर दिवाकर सम्प्रदाय के प्रमुख स्तम्भ इंदरमल जी जैन एवं महेंद्र बोथरा उपस्थित रहे।
नागपुर की विनती के पश्चात महेंद्रजी बोथरा ने पुरजोर तरीके से नागपुर का पक्ष रखा । नागपुर श्रीसंघ की पुरजोर विनती पर महासतीजी ने समस्त आगार सहित सूखे समाधे नागपुर 2025 चातुर्मास की स्वीकृति प्रदान की।
नागपुर श्रीसंघ की एवं मसा की भावना को सम्मान करते हुए रतलाम श्रीसंघ से संघरत्न इंदरमल जी जैन, महेंद्रजी बोथरा, पूर्व अध्यक्ष सुरेशजी कटारिया और अजय खमेसरा चन्द्रपुर कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इस अवसर पर उपाध्याय प्रवर श्री गौतम मुनिजी म.सा. द्वारा प्रदन की गई आदर की चादर रतलाम श्रीसंघ के सदस्यों द्वारा भेंट की गई। नागपुर श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने इस सहयोग के लिये रतलाम श्रीसंघ को बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया।