आचार्य श्री नानेश का पुण्य स्मरण दिवस एवं वर्तमान आचार्य श्री रामलाल जी म.सा. का पदारोहण दिवस 42 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने आयम्बिल तप करके मनाया

जावरा (अभय सुराणा) । श्री साधुमार्गी जैन संघ जावरा द्वारा आचार्य श्री नानेश के पुण्य स्मरण दिवस एवं वर्तमान आचार्य श्री रामलाल जी महाराज साहब के पदारोहण दिवस पर 42 से अधिक श्रावक श्राविकाओं ने आयम्बिल तप करके मनाया । संघ के प्रचार मंत्री श्री प्रदीप सेठिया ने बताया कि शासन दीपिका श्री सुप्रज्ञा श्री जी म. सा. आदि ठाणा के सानिध्य में चल रहे चातुर्मास में समता शाखा एवं प्रवचन हुए । महासती श्री सुप्रज्ञा श्री जी एवं साध्वी श्री सुश्रद्धा श्रीजी म.सा.ने प्रवचन में फरमाया कि आचार्य नानेश ने समता का संदेश फैलाकर बलाई जाति के अनेक भाई बहनों को कुव्यसनो से दूर कर धर्मपाल बनाकर सच्चे धर्म की राह पर चलाना सिखाया । इसी प्रकार आचार्य श्री रामेश व्यसन मुक्त का संदेश देते हुए आज की पीढ़ी को कुव्यसनो से दूर रखने का प्रयास कर रहे हैं। नवम पट्टधर के रूप मेआचार्य नानेश ने आचार्य रामेश को स्थापित किया। साध्वी श्री सुरचिता श्री जी ने आचार्य श्री नानेश के समता दर्शन एवं व्यवहार पर प्रकाश डाला । साथ ही वर्तमान आचार्य श्री रामलाल जी म. सा .के उत्कृष्ट संयम जीवन का गुणगान किया।
संघ के सुश्रावक श्री अतुल पगारिया, नरेश मेहता, प्रदीप सेठिया, राजेश संघवी, पुखराज पटवा, अनिल पावेचा, श्रीमती राजकुमारी पगारिया, श्रीमती रुचि नाहर ने भी अपने भाव व्यक्त किए। संचालन संघ मंत्री राजेश संघवी ने किया । संघ के अशोक छजलानी, पुखराज कांठेड़, अभय भंडारी, पंकज कांठेड़, अमृतलाल पगारिया, अर्पण कांठेड़, राजेंद्र पगारिया, विमल चपड़ोद, श्रेणिक चौहान वीरेंद्र विनायका, ललित पगारिया, विजय कांठेड़, अभय कांठेड़, श्रीमती चंचल पटवा, श्रीमती नैना सेठिया, श्रीमती आस्था पगारिया, श्रीमती उषा चौहान, श्रीमती मंजू विनायका सहित बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे ।