रतलाम l सहकारी आंदोलन एक दूसरे को जोड़ने का काम करता है l इसके माध्यम से हम आगे बढ़ सकते हैं l वर्तमान परिपेक्ष में यह और ज्यादा प्रासंगिक हो गया है l सहकारिता के माध्यम से हम अपने गांव शहर का विकास कर सकते हैं l
उक्त विचार वरिष्ठ पत्रकार एवं सहकारी नेता शरद जोशी ने राष्ट्रीय सहकारी शिक्षा केंद्र नई दिल्ली एवं जिला सहकारी संघ रतलाम के तत्वावधान में दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्थाओं के संचालको हेतु तीन दिवसी नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्त किए l
कार्यक्रम का आयोजन रतलाम स्थित निजी होटल के सभागृह में किया गया l श्री जोशी ने कहा कि संस्था के संचालकों को जागरूक रहकर कार्य करना चाहिए तथा निरंतर सीखते रहना चाहिए संचालक जितने जागरूक होंगे संस्थाएं उतनी मजबूत होगी l
इस अवसर पर सहकारी प्रशिक्षण केंद्र के पूर्व प्राचार्य k.L.राठौर ने कहा कि सहकारी संस्थाएं सदस्यों का सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रदान करती है l पूर्व प्राचार्य श्री निरंजन कुमार कसारा ने बताया कि आने वाला आर्थिक विकास का मॉडल सहकारी आंदोलन को सशक्त बनाएगा l कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण जिला सहकारी संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनिरुद्ध शर्मा ने दिया l
नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 24 से 26 अक्टूबर 2024 तक आयोजित किया जा रहा है l कार्यक्रम के प्रथम दिवस रतलाम जिले की दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्थाओं के अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं संचालकों ने भाग लिया l कार्यक्रम का संचालन जिला सहकारी संघ के जनसंपर्क अधिकारी श्री पिंकेश भट्ट ने किया l