रतलाम । ओर आश्रम रतलाम में दिनांक 5 दिसंबर से पांच दिवसीय स्वाध्याय साधना सत्संग समागम का आरंभ हुआ। स्वाध्याय शिविर में भारत के विभिन्न स्थानों से कई साधक गण सम्मिलित हुए हैं। कार्यक्रम का केंद्रीय विषय श्रीअरविंद का काव्य है। मुख्य वक्ता है पांडिचेरी से पधारे डॉ आलोक पांडे आज श्रीअरविंद श्री अरविंद की कुछ कविताओं का जिनमें लाइफ एंड लाइफ एंड डेथ और रीबर्थ का स्वाध्याय हुआ। डॉक्टर पांडे ने बताया की श्री अरविंद की कविताएं की श्री अरविंद की कविताएं समय से बहुत आगे की कविताएं हैं और 100 वर्ष से भी अधिक समय पूर्व लिखी हुई इन कविताओं में आने वाली भविष्य का जगत स्पष्ट रूप से दिखाई देता है जगत स्पष्ट रूप से दिखाई देता है । डॉक्टर पांडे ने कहा अरविंद की कविताओं के माध्यम से व्यक्ति स्वयं का और जगत का एक सच्चा परिचय का सकता है एक सच्चा परिचय का सकता है एक सच्चा परिचय पा सकता है। । विज़न ऑफ़ साइंस कविता में समय पूरा होने पर धर्म और विज्ञान का समय पूरा होने पर कैसे नया जगत और नई चेतना प्रकट होगी इसका वर्णन है। स्वाध्याय दिवस की द्वितीय दिवस पर श्री अरविंद की कविता अहाना का स्वाध्याय होगा। शिविर का आरंभ दीप प्रज्वलन एवं मातृ संगीत से हुआ।