उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में जनजातीय गौरव एतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर केन्द्रित महत्वपूर्ण व्याख्यान एवं कार्यशाला आयोजित हुई ।
महानायक टंट्या भील के बलिदान दिवस पर विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में हुए आयोजन में ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक सन्दर्भ में जनजातीय समुदायों के अतुलनीय योगदान पर व्याख्यान हुए।
वल्लभ भवन भोपाल से विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. दीपमाला रावत तथा विषय विशेषज्ञ डॉ रेखा नागर एवं रूप सिंह नागर इंदौर ने व्याख्यान दिये ।अध्यक्षता कुलगुरू डॉ अर्पण भारद्वाज ने की । इस अवसर पर डॉ.मंगलेश्वरी जोशी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान ने महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान की शोध पत्रिका “शहीदों की गौरव गाथा” तथा भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान विषय पर प्रकाशित अपनी पुस्तक कुलगुरू जी को भेंट की गई।
इस पुस्तक में स्वतन्त्रता संग्राम में जनजातीय सेना नायकों के उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित किया गया है । कन्या महाविद्यालय से डॉ वी एस बामनिया प्राध्यापक संस्कृत तथा डॉ रोहित चावरे अतिथि विद्वान संगीत ने प्रतिभागिता की।