रतलाम 07 दिसम्बर। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में मध्यप्रदेश एसोसिएशन ऑफ वूमेन इंटरप्रेन्योर द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय महिला उद्यमी सम्मेलन का शुभारम्भ किया। सम्मेलन की थीम सीमा पार व्यवसाय थी। इसमें रूस, इथोपिया, मालदीव, इजिप्ट, श्रीलंका और बैंकॉक की महिला उद्यमियों ने सहभागिता की। सम्मेलन में मंत्री श्री काश्यप ने महिला उद्यमियों को मावे शाइन अवार्ड से सम्मानित भी किया।
मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। लाड़ली बहना योजना संचालित करने के पीछे भी यही मंशा है। अब इस दिशा में सरकार ने प्रदेश में आबादी के बीच मल्टीस्टोरीज कॉम्पलेक्स बनाने का निर्णय किया है, ताकि महिलाए एक जगह एकत्र होकर अपने उद्योगों को बढ़ावा दे सकें। भारत में उद्यमशीलता कार्य में महिलाओं की भागेदारी प्रचीन काल से ही रही है। खेती, सिलाई, बुनाई, कढ़ाई, गौपालन, दूध, दही बेचना आदि कार्यों में बहुत बड़ी संख्या में महिलायें लगी हुई है। कई महिलायें उद्योगों को स्वयं सचालित कर रही है।
मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महिला उद्यमियों को 10 प्रतिशत अतिरिक्त सब्सिडी देने का निर्णय किया है। इस तरह महिलाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी मिल रही है। रतलाम और विदिशा का उदाहरण देते हुए कहा कि रतलाम में हमने अहिंसा ग्राम बनाकर उसमें 100 गरीब परिवारों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई और इसी परिसर में दो बड़े हाल निर्मित कर महिलाओं को अगरबत्ती, पापड़, बड़ी, मसाले आदि समान बनाने का अवसर दिया। इससे हर परिवार को लगभग 8-10 हजार रूपये महीने की अतिरिक्त आय होने लगी। महिलायें आर्थिक रूप से सक्षम हुई और उनका आत्मविश्वास बढ़ा। विदिशा में एक महिला उद्यमी ने बेसन और दालमिल का अत्याधुनिक संयंत्र लगाया है और वह स्वयं उसका संचालन कर रही है।
मंत्री श्री काश्यप ने ष् मावे ष् मध्यप्रदेश एसोसिएसन आफ वूमेन इन्टरप्रन्योर द्वारा महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के कार्यों की सराहना की और अपेक्षा की कि वह महिलाओं का नया नेतृत्व उभारने एवं निवेश क्षेत्र में सहभागिता बढ़ाने की दिशा में और सक्रियता से काम करेगा।