रतलाम। कॉलेज रोड पर बीमारी एवं नशे की हालत में पड़े हुए लगभग 50 वर्षीय व्यक्ति को गुजरने वाले देखकर आगे बढ़ते गए अंत में समाजसेवी गोविंद काकानी की मदद से उसे जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में 6 दिसंबर को भर्ती करवाया| जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त व्यक्ति की हालत बहुत ही खराब थी । जीबान लडखडा रही, शब्द बराबर सुनाई नहीं दे रहे ऐसे में लगातार इलाज शुरू किया । दवाइयां के असर से उसने जो जानकारी दी उस अनुसार मनोज राठौड़ ( तेली समाज) निवासी कट्टी वाड़ा, जिला अलीराजपुर परिजन रहते का पता बताया साथ में रतलाम में सुभाष नगर मैं बहन मंजू राठौड़ रहती है । (जबकि इसका स्वर्गवास बहुत समय पहले हो चुका है) उक्त समाचार परिजनों तक पहुंचाने की कोशिश शुरू हुई । नशे में सब कुछ उजाड़ दिया परिजनों से संपर्क हो गया शुरू में परिजनों ने आने से मना कर दिया । बहुत निवेदन करने पर उनके साले प्रेमचंद राठौर निवासी सुभाष नगर ने आकर उनके खराब हालत को देख कर समाचार कट्टीवाडा तक भेजें परंतु सभी ने आने से मना कर दिया कारण मनोज राठौड बहुत अधिक शराब का सेवन करता था । उसी के कारण उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई । लगभग 12 वर्ष से ज्यादा समय से वह इधर-उधर भटकता रहा| पैसे मांग कर नशा करता रहा।
जिला चिकित्सालय में उसका सीटी स्कैन करने पर मालूम पड़ा सर में रक्त जमा है और उसे हटाने के लिए महंगी दवाई की जरूरत है। जिसे काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के द्वारा प्रदान की गई परंतु अत्यधिक गंभीर हालत होने के कारण उसे 9 दिन तक इलाज के बाद भी बचाया नहीं जा सका । परिवारजन को पुनः निवेदन किया कि जीते जी नहीं आ पाए अब आप अंतिम संस्कार के लिए आ जावे तो अच्छा रहेगा । आज सुबह भांजा कैलाश राठौड़ उज्जैन से, मनोज का साला प्रेमचंद राठौड़ व उनके भाई शंभू लाल राठौड़ मैजिक लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे और शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए उज्जैन रवाना हुए । जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन, डॉक्टर, सिस्टर, वार्ड सेवा कर्मी, पुलिस प्रशासन अस्पताल चौकी एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से श्रद्धांजलि देकर रवाना किया ।