रतलाम । मर्यादा बिना धर्म नहीं होता और धर्म के बिना परलोक प्राप्त नहीं होता। यज्ञ से हमें बल, बुद्धि, ऐश्वर्य प्राप्त होता है । आप जिस अवस्था में हो उसी अवस्था में भगवान को प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए । सुख दुख का कारण तो मन है, मन सुख-दुख की कल्पना कर लेता है । वर्षो पूर्व त्रिवेणी में यज्ञ का कार्य प्रारम्भ किया है । वह सभी के प्रयास से निरंतर चलते रहना चाहिए । यज्ञ में जो आहूतियाँ दी जाती है । उससे समस्त प्राणीयों को लाभ होता है । उक्त बात भानपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ द्वारा श्रीमती प्रेमलता संजय दवे द्वारा 71 वें महारूद्र यज्ञ की पूर्णाहूर्ति पश्चात आयोजित कार्यक्रम में कहीं ।
इससे पूर्व स्वामी रामानंदाचार्य जी ने उपस्थित गणमान्यजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि धर्म बहुआयामी भी हो सकता है और धर्म एक केन्द्र पर भी स्थिर हो सकता है । जीवन में आप जितने क्षण धर्म के साथ रहोंगे, जीवन उतने क्षणों के लिए उच्चतम आयामों को प्राप्त करता चला जाता है । जब तक हम मुस्कुराते हुए इसे अपने आचरण में नहीं लाते तब तक यह पुरुषार्थ है । धर्म के नाम पर चलना है तो दृढ़ संकल्प शक्ति होना चाहिए । अपने संकल्प को पूरा होने के लिए सकारात्मकता के साथ प्रयास करें, सफलता अवश्य मिलेगी ।
71 वें महारूद्र यज्ञ के पूर्णाहूति पश्चात श्रीमती प्रेमलता संजय दवे द्वारा आयोजित स्वागत सम्मान समारोह में पधारे संत महात्माओं में भानपुरा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ का दवे परिवार द्वारा शाल श्रीफल एवं माला पहनाकर स्वागत सम्मान किया गया । साथ ही रामानंदाचार्य जी का भी दवे परिवार द्वारा स्वागत सम्मान किया गया ।
इस अवसर पर श्री सनातन धर्म सभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के संरक्षक एवं पूर्व विधायक कोमलसिंह राठौर, अध्यक्ष अनिल झालानी, डॉ. राजेन्द्र शर्मा, नवनीत सोनी, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, सत्यनारायण पालीवाल, कपूर सोनी, रामचंद्र जी शर्मा, महेश बाहेती, सत्यदीप भट्ट, चेतन शर्मा आदि द्वारा 71 वें महारूद्र यज्ञ के यजमान श्रीमती प्रेमलता संजय दवे का शाल श्रीफल एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, मनोहर पोरवाल, राजेन्द्र सिंह लुनेरा, जगदीश शर्मा, पार्षद एवं एमआईसी सदस्य विशाल शर्मा, दिलीप गाँधी, पवन सोमानी, दिनेश शर्मा, दिलीप कुमावत, सुरेश दवे, नयन व्यास, दिनेश उपाध्याय, श्रीमती राखी व्यास, श्रीमती आशा शर्मा, श्रीमती हंसा बेन व्यास, श्रीमती ताराबेन सोनी, श्रीमती आशा रानी उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।