रतलाम। शहर के तेजा नगर निवासी झमकलाल संचेती के असमायिक निधन होने पर ओमप्रकाश अग्रवाल अनील संचेती, महेन्द्र रांका, प्रितेश रांका ने उनके पुत्र जितेन्द्र संचेती एवं परिजनों को पिताजी के नेत्रदान करने की प्रेरणा दी। नेत्रम संस्था के हेमन्त मूणत ने बताया कि परिजनों द्वारा नेत्रदान करने की स्वीकृति मिलते ही संस्था के द्वारा मेडिकल कालेज की डीन अनीता मुथा को सूचित किया गया। जिनके निर्देश पर नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष रिशेन्द्र सिसोदिया के नेतृत्व में नर्सिंगऑफीसर विनोद कुशवाह, भावना खन्ना द्वारा नेत्रदान (कार्निया) लेने की प्रक्रिया को पूर्ण कर सफल नेत्रदान करवाया।
नेत्रदान के लिए नेत्रम संस्था के सक्रिय सदस्य शीतल भंसाली अपने निजी वाहन से मेडिकल कालेज पहुंचे और वहां से टीम को लेकर संचेती के निवास स्थान पर पंहुचे और नेत्रदान होने के पश्चात पुनः टीम को मेडिकल कालेज छोडकर आएं। नेत्रदान के दौरान ओमप्रकाश अग्रवाल, भगवान ढालवानी, शीतल भंसाली, शलभ अग्रवाल, विपिन संचेती मोजूद थे। नेत्रम संस्था ने संचेती परिवार के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उन्हें धन्यवाद व्यक्त किया।