रतलाम । आज जिस तरह महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही है उस अवस्था में होने वाली घटनाओं के संदर्भ मे महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण बहुत अधिक प्रासंगिक है । प्रशिक्षण प्राप्त छात्राएं अन्य छात्राओं को सिखाकर उनको भी आत्म रक्षा हेतु प्रशिक्षित कर सकती हैं तथा वह अपनी एवं अपने साथियों की रक्षा करने में सक्षम होगी। उक्त विचार सात दिवसीय जूडो कराते आत्म रक्षा प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ सुरेश कटारिया ने व्यक्त किए।
शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम में विगत सात दिवस से जूडो कराते एवं मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्रशिक्षक अभिषेक शर्मा एवं सुश्री दिशा बडग़ोतिया द्वारा छात्राओं को दिया जा रहा है। जिसके आज समापन अवसर पर छात्राओं को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. सुनीता श्रीमाल ने कहा कि महाविद्यालय में विगत अनेक वर्षों से महिला आत्मसुरक्षा प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहा है। छात्राएं उत्साहपूर्वक इन प्रशिक्षण शिविर में शामिल होकर लाभान्वित हो रही हैं।
जूडो कराटे एवं मार्शल आर्ट प्रशिक्षक अभिषेक शर्मा एवं सुश्री दिशा बडग़ोतिया को प्राचार्य सुरेश कटारिया द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है। साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं । समापन कार्यक्रम में डॉ. अनामिका सारस्वत डॉ. मीना सिसोदिया प्रो. नारायण विश्वकर्मा डॉ. संध्या सक्सेना डॉ. वी.एस. बामनिया, डॉ. रितिका श्रीवास्तव, डॉ. दिवाकर भटेले, डॉ. निशा निमावत एवं भूतपूर्व छात्र जूडो कराटे प्रशिक्षक सोनम चौहान, कालू डावर एवं रमेश माली के साथ ही छात्राएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा प्रभारी डॉ. सुरेश चौहान ने एवं आभार प्रदर्शन क्रीड़ा समिति सदस्य डॉ. माणिक डांगे द्वारा व्यक्त किया गया ।