




रतलाम । सेवावीर सामाजिक कल्याण समिति द्वारा 12 अप्रैल 2025 शनिवार हनुमान जन्मोत्सव के दिन एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। जिसमे नगर के हजारों धर्म प्रेमी सज्जनों ने सम्मिलित हो कर इस लक्ष्य को पूर्ण किया। संतो के सानिध्य में किया गया यह आयोजन भक्तों की आस्था का केंद्र बना। संतो का स्वागत भव्य पुष्पवर्षा के द्वारा किया गया बाद में संत मंचासीन रहे। इस आयोजन में समस्त सामाजिक संगठन,सामाजिक सेवा संगठन,राजनैतिक तथा गैर राजनीतिक संगठन,स्कूल,कॉलेज,कोचिंग विद्यार्थी एवं शिक्षक गण,व्यायामशाला,हेल्थक्लब,जिला के ग्रामीण जन,समस्त एसोसिएशन, समाज प्रमुख तथा समस्त मातृ शक्ति की मुख्य भूमिका रही।
हनुमान जी बन कर आये छोटे बच्चो की भी इस आयोजन में भूमिका रही । कुछ भक्त जन हनुमान चालीसा पाठ करने में भावुक भी हुए अनायास ही अश्रुधारा बह रही थी।कार्यक्रम प्रारम्भ होने के ठीक पहले ही हनुमान जी महाराज ने तेज आंधी तथा बारिश के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
सुबह साढ़े 5 बजे सभी मोहल्लों में आतिशबाजी का आग्रह था यही आग्रह इंद्र महाराज ने भी स्वीकार कर आसमान में ठीक साढ़े 5 बजे आतिशबाजी शुरू की। ईश्वर की इस लीला के चलते सारे टेंट के पाइप उखड़ चुके थे कुछ फ्लेक्स भी फट चुके थे बिछात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी।
साउंड का सारा सामान तथा संगीत का सारा सामान बारिश से बचाने के लिए निकाल कर पैक कर दिया गया था। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो आज तो सब कुछ विपरीत ही हो लेकिन सेवावीरो के आत्मविश्वास एक एक सीलिंग को पकड़ कर रखा जो उखड़ गए थी उन्हें पुनः लगाया हवा की गति इतनी तेज थी कि अनेक पाइप मुड चुके थे।
सेवावीरो ने मिलकर इस परीक्षा को पास किया मात्र आधे घण्टे में सब कुछ सुव्यवस्थित हो चुका था। हवा बारिश के रुकने के बाद एक सैलाब ओर आया जो कि भक्तों का था धीरे धीरे कब पांडाल पूरा भर चुका था पता ही नही चला देखते ही देखते हजारों भक्त एकत्रित हो चुके थे सबके मन मे बस एक ही भाव था कि जो संकल्प रतलाम ने लिया उसे पूर्ण करना है और बस वह संकल्प भी हर्ष उल्लास के साथ पूर्ण हुआ।
इसी के चलते भक्तों ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किए जिनमे एक लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तथा दूसरा वज्र बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया। सभी का हर्ष एवं उसके साथ आखों में आंसू देखते ही मन भावुक हो रहा था। भक्ति, सेवा, समर्पण और संगठन की मिसाल बने इस आयोजन के अंत में सेवावीर परिवार ने सभी सहयोगियों, श्रद्धालुओं, कार्यकर्ताओं और सहयोगी संस्थाओं का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक था, बल्कि यह समाज के एकजुट संकल्प और श्रद्धा का भव्य प्रमाण भी बना।