एक अवार्ड मुझे भी दे दो लौटाने को

एक अवार्ड मुझे भी दे दो लौटाने को,
जब साम्प्रदायिकता को हवा देने की,
मुझे जरूरत होगी,
सरकार की नीतियों का विरोध जताने की,
मुझे आवश्यकता होगी,
जब सुर्खियों में आने की,
मुझे लालसा होगी,
तब उपयोग करेंगे ये हथियार दिखाने को।
एक अवार्ड मुझे भी दे दो लौटाने को।
जब किसी आतंकी को,
फांसी पर चढ़ाओगे,
शिक्षानीति दुरुस्त या,
तीन सौ सत्तर हटाओगे,
तीन तलाक पर कानून बनाओगे,
राममंदिर का हल निकालोगे,
तब अपना चिरस्थाई विरोध दिखाने को,
एक अवार्ड मुझे भी दे दो लौटाने को।

-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर
22/2, रामगंज, जिंसी, इन्दौर, मो. 9826091247