हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी (शहीद) की दरगाह शरीफ परिसर में सालाना उर्स के दूसरे दिन कव्वाली प्रोग्राम हुआ

रतलाम। मित्र निवासी रोड स्थित हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी (शहीद) की दरगाह शरीफ परिसर आयोजित सालाना उर्स के दूसरे दिन कव्वाली प्रोग्राम (महफिल-ए-सिमां) हुआ। मशहूर कव्वाल जावेद हुसैन खान चिश्ती रागी (रामपुर, यूपी) ने ख्वाजा गरीब नवाज, मौला हुसैन, हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी की शान में कई कलाम पेश किए।रात नौ बजे शुरू हुआ कव्वाली कार्यक्रम देर रात तक चला।कव्वाल जावेद हुसैन खान चिश्ती ने हिंदू-मुस्लिम एकता पर भी कव्वाली पेश करते हुए कहा कि जर्ऱे को चट्टान बना दे या अल्लाह, वेहशी को इंसान बना दे या अल्लाह, हिंदू-मुस्लिम एक ही थाली में खाए, ऐसा हिंदुस्तान बना दे या अल्लाह…., हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबका नारा है. कि भारत देश हमारा है, ये भारत देश हमारा है।कव्वाल जावेद हुसैन खान चिश्ति ने मौला हुसैन की शान में ..हक निभाना मेरे हुसैन का है, दिल ठिकाना मेरे हुसैन का है तथा ख्वाजा गरीब नवाज की शान में मेरी लाज मेरेख्वाज यूं ही उम्र भर निभाना, कही इस गुलाम को तूम ख्वाजा भूल न जाना कलाम भी पेश किए।इन कलामों पर श्रेता झूम उठे। प्रारंभ में अतिथि शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, भाजपा नेता ईश्वरलाल पाटीदार, गद्दी नशीन सैयद वाजिद अली, समाजसेवी फयाज मंसूरी, शंकरलाल मालवीय, एडवोकेट सुनील पारिख, आशीष तिवारी, मंगीलाल जैन, सादिक भाई, मुबारिक शेरानी, धर्मेंद्र माहेश्वरी, जोएब आरिफ, इक्का बेलुत, सुरेश बाहेती, इकरार चौधरी आदि का उर्स कमेटी के अध्यक्ष मंसूर अली पटोदी, सचिव सैयद साजिद अली, कोषाध्यक्ष खुर्शीद आलम, उपाध्यक्ष सैयद मनसब अली, सहकोषाध्यक्ष शाहीद अली, आदि ने साफा बांधकर सम्मान किया। अतिथियों ने दरगाह शरीफ पहुंचकर देश में अमन शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की ।कमेटी सदर मंसूर अली पटौदी ने कहा कि ऐसे आयोजन आपसी सौहार्द को बढ़ावा देते है। उर्स में सभी वर्गों के लोगों ने शिरकत कर एकता की मिसाल पेश की है। कव्वाली के कार्यक्रम सामाजिक एकता की मिसाल है।ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए। आभार अफजल हुसैन शाह ने माना।