तपस्वी अंगूरबाला और आर्ची का बहुमान, प्राचीन जैन तीर्थ बिबड़ौद में हुए अनेक धार्मिक आयोजन

चित्र : बिबड़ौद तीर्थ में तपस्वी अंगूरबाला मेहता व कुमारी आर्ची रांका का बहुमान किया गया।

रतलाम। रतलाम-शिवगढ़ स्थित प्राचीन जैन तीर्थ बिबड़ौद में तुर्रम सेठ परिवार का पारिवारिक मिलन और बहुमान समारोह हुआ । इस मौके पर अनेक धार्मिक आयोजन के साथ विभिन्न मनोरंजक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। इसमें परिवार के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पुरस्कार जीते। कार्यक्रम की प्रथम तीर्थंकर दादा आदिनाथ के जयकारों के साथ हुई। सर्वप्रथम परिवार के सदस्यों ने तीर्थ परिसर स्थित जिनालयों में दर्शन-वंदन किए। इसके बाद महिला मंडल द्वारा स्नात्र पूजा पढ़ाई गई। चौबीसी का आयोजन किया गया। हाउजी गेम में श्वेता मेहता (चौमहला) प्रथम, मेघा बाफना द्वितीय, प्रीति मूणत (महिदपुर सिटी) तृतीय रहीं। बलून गेम में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। गुरुदेव आचार्यश्री विश्वरत्न सागर सूरीश्वर जी की प्रेरणा से गुजरात के पालीताणा तीर्थ में 45 दिवसीय उपधान तप आराधना करने वाली अंगूरबाला-नवरत्न मेहता और कुमारी आर्ची-सुनील रांका शॉल, श्रीफल व मोतियों की माला पहनाकर बहुमान किया गया। समारोह में परिवार के वरिष्ठ गंभीरमल पावेचा, नवरत्न मेहता, शांतिलाल बाफना, श्रेणिक बाफना, सुभाष बाफना, अजीत डांगी, विमल नाहर, अनिल पावेचा, प्रमोद मूणत, राकेश कोचर, प्रमोद कोचर, दिनेश बरमेचा, सुनील रांका, पंकज चौपड़ा, दीपक पावेचा, संजय बाफना, पंकज पावेचा, विक्की डांगी, सौरभ पावेचा, रतनबाला पावेचा, चंद्रकांता मूणत, मनोरमा बरमेचा आदि उपस्थित थे। संचालन वंदना बरमेचा, पायल बरमेचा और नीरज बरमेचा ने किया।