दीक्षा महोत्सव को लेकर श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलाईपुरा स्थानक पर बैठक का आयोजन
रतलाम। आचार्य श्री उमेशमुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के मुखारविंद से रतलाम के युवा मुमुक्षु सुहास नरेंद्र गांधी 25 अप्रैल श्रमण भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक के दिन रतलाम में जैन भगवती दीक्षा ग्रहण करने जा रहे हैं। दीक्षा महोत्सव को लेकर श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलईपुरा स्थानक पर रविवार को श्री धर्मदास जैन श्री संघ के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्यगण, विशेष आमंत्रित सदस्यगण के अलावा संघ के वरिष्ठजनों की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक रात्रि 8:30 बजे से प्रारंभ हुई जो देर रात तक चली। बैठक का प्रारंभ सामूहिक नवकार महामंत्र के जाप से हुआ। श्री धर्मदास जैन श्रीसंघ के प्रचार सचिव ललित कोठारी और पवन कुमार काँसवा ने बताया कि- दीक्षा को भव्य रूप कैसे प्रदान किया जाए इस हेतु श्री धर्मदास जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष अरविंद मेहता, महामंत्री सुशील गादिया, सचिव दिलीप चाणोदिया, कोषाध्यक्ष माणकलाल कटकानी, संघ के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक चतुर, अजीत मेहता, ललित गांधी, अमृतलाल कोठारी, दिलीप मोदी, श्रीपाल मंडोत, रजनीकांत झामर, राजेंद्र चोपड़ा, सुभाष मूणत, अशोक भरगट, सोहनलाल रुनवाल, ज्ञानचंद्र लोढ़ा, आजाद चत्तर, पुष्पराज छजलानी और अणु मित्र मंडल के अध्यक्ष विनय लोढ़ा, सचिव मिलिन गांधी, उपाध्यक्ष राजेश सोनी, कोषाध्यक्ष रितेश माण्डोत, सहसचिव नवदीप मूणत आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
वहीं दीक्षा के सफल संचालन हेतु सर्वानुमति से श्री संघ के पूर्व उपाध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्य अजीत मेहता को दीक्षा महोत्सव समिति का संयोजक मनोनीत किया गया। वहीं भोजन समिति, आवास समिति, वैयावच्च समिति, पाण्डाल समिति, प्रचार प्रसार समिति आदि का भी गठन किया गया। बैठक में दीक्षा स्थल को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें सभी ने अपने सुझाव साझा किए व तय किया गया कि दीक्षा महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले समस्त कार्यक्रम समता भवन स्थानक के पास गोपाल गौशाला कॉलोनी पर होगे। उल्लेखनीय है कि दीक्षार्थी सुहास गांधी का आवास भी गोपाल गौशाला कॉलोनी में है। 25 अप्रैल को श्रमण भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक तो है ही वही आचार्य श्री उमेशमुनिजी की 67वीं दीक्षा जयंती भी है। दीक्षा महोत्सव को लेकर संघ के युवाओं, महिलाओं एवं श्रावक-श्राविकाओं में अपार उत्साह है। सभी महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में पूरी तन्मयता से जुड़ गए हैं। गौरतलब है कि रतलाम शहर से पूर्व में भी कई आत्माओं ने संयम पथ पर अपने कदम बढ़ाए है और इसी क्रम में मुमुक्षु सुहास गांधी भी संयम मार्ग की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
प्रवर्तकश्रीजी के वर्षावास की विनंती
प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी का आगामी सन 2021 का वर्षावास रतलाम शहर में हो इस हेतु भी श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाओं व बालक बालिकाओं ने थांदला वर्षावास के दौरान थांदला पहुंचकर व दाहोद, लिमडी आदि कई स्थानों पर पहुंचकर प्रवर्तकश्रीजी से रतलाम में वर्षावास करने की पुरजोर विनती की है और विनंती का क्रम निरंतर जारी है।