बड़ामहुआ में गुणगान के साथ मनाई रूपचन्द मुनि महाराज 78 वीं दिक्षा जयंती

भीलवाड़ा/बड़ा महुआ (सुनिल चपलोत) । श्री संघ द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए रवींद्र मुनी नीरज ने बताया कि मुनि रूपचंद दया और करूणा के अवतार थे । इसके अंतर्गत उन्होंने सैकड़ों गौशालाओं की नींव रखी जो आज भी देश के विभिन्न भागों में सुचारू रूप से चल रही है उनका मानना था कि गौमाता राष्ट्र की प्रगति का एक प्रमुख अंग है। संघ के अध्यक्ष शांतिलाल खारीवाल ने अतिथियों का भावभरा स्वागत किया, संरक्षक श्रवण लाल खारीवाल ने मुनि रूपचंद को अहिंसा के क्षैत्र में अमिट शिलालेख बताया सुनिल चपलोत ने बताया कि बड़ामहुआ ऋषभ चेरिटेबल ट्रस्ट के संचालक अशोक नंगावत ने रविन्द्र मुनि महाराज र्निदेश पर रूप मुनि महाराज की दिक्षा जयंती के उपलक्ष्य में साधु साध्वियों के लिए ऋषभ महाविद्यालय फार्मेसी कॉलेज बड़ामहुआ में विश्राम एवं ध्यान साधना हेतु जगह देने की घोषणा की कार्यक्रम के पश्चात संघ द्वारा गौतम प्रसादी का आयोजन भी रखा गया।