- कार्यो की धीमी प्रगति पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की
- सैलाना सीईओ एवं आलोट सीएमओ को शोकाज नोटिस
रतलाम । सांसद निधि विधायक निधि एवं जनभागीदारी के कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने के लिए सभी निकाय एवं विभाग संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करें। एक निश्चित तिथि बताएं और उस स्थिति तक कार्य को अनिवार्य रूप से पूर्ण करें। काम पूर्ण हो जाए तो उसका पूर्णता प्रमाण पत्र दे। किसी कार्य के लंबित होने में कोई बाधा है तो उसका निराकरण करें। किसी भी कार्य को टाले नहीं और पूर्ण गंभीरता से कार्य करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सांसद निधि, विधायक निधि एवं जनभागीदारी योजना के अंतर्गत जिले में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती मीनाक्षीसिंह, एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम रतलाम शहर श्री अभिषेक गहलोत, रतलाम ग्रामीण सुश्री मनीषा वास्कले, सैलाना सुश्री कामिनी ठाकुर, जिला योजना अधिकारी श्री बी.के. पाटीदार सहित जिले के सभी जनपदों के सीईओ, समस्त नगरीय निकाय के अधिकारी एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि बिना किसी कारण के कोई कार्य अधूरा नहीं रहे,यदि किसी कार्य में विलंब हो रहा है तो उसके लिए संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी। उन्होंने लंबित कार्यों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए जनपद पंचायत सीईओ एवं आलोट मुख्य नगरपालिका अधिकारी को शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। श्री पुरुषोत्तम ने कहा कि एक निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण होना चाहिए। अपनी योजना बनाकर निश्चित अवधि में इन कार्यों को पूर्ण करना तय करें।
जिला योजना अधिकारी श्री बी.के. पाटीदार ने जिले में सांसद निधि, विधायक निधि एवं जनभागीदारी योजना के तहत प्रारंभ, प्रगतिरत एवं पूर्ण कार्य के पूर्णता प्रमाण पत्र नहीं मिलने संबंधी कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में प्रारंभ कार्य 34 एवं प्रगतिरत कार्य 123 है। पूर्ण कार्य के पूर्णता प्रमाण पत्र 84 कार्यों के आना शेष है। श्री पुरुषोत्तम ने उक्त सभी कार्यों को निश्चित समय सीमा में करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में समस्त सीएमओ, सीईओ जनपद, नगर निगम रतलाम, नगर पालिका जावरा, शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभागों ने अपने कार्यों की प्रगति का ब्यौरा दिया।