- गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करे तो एक बेहतर समाज की स्थापना से कोई रोक नहीं सकत- श्री हिम्मत कोठारी
- नर सेवा ही नारायण सेवा है : कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम
- समाज तब ही बदलेगा, जब अभाव व असमानता का दौर खत्म होगा : पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी
रतलाम । रतलाम स्थापना उत्सव समिति ने रतलाम स्थापना दिवस, बसन्त पंचमी को सेवा कार्य के रूप में मनाते हुए, मेहनतकश हम्माल भाइयो को, जो कि किराये की ठेला गाड़ी से अपना कार्य करते थे, उन्हें ठेलागाड़ी, आतिशबाजी व मिठाई वितरण कर मनाया। श्री कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म शताब्दी वर्ष में पहले 40 ठेला गाड़ी वितरित की गई थी और आज 40 और ठेला गाड़ी दी गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, विशेष अतिथि अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी थे।
सर्वप्रथम कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी व समिति संयोजक श्री हिम्मत कोठारी द्वारा माँ कालिका की पूजा की गई। जय रतलाम गान के पश्चात अतिथिगण का स्वागत श्री हिमत कोठारी व समिति के सदस्यों ने पुष्पमाला से किया। तत्पश्चात ठेला गाड़ी वितरण में सहयोग देने वाले दानदाता, इप्का के फाउंडेशन के श्री विक्रम कोठारी, श्री महेंद्र गदिया, श्री सुभाष मंडवारिया, श्री राजेश मूणत, श्री विनोद मूणत, श्री सुरेश गोरेचा, श्री चंदन पिरोदिया, श्री सुदर्शन पिरोदिया, श्री सुदर्शन सियार परिवार के श्री सुनील कोठारी का सम्मान श्री हिम्मत कोठारी ने पुष्पमाला पहनाकर किया। कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर रतलाम प्रॉपर्टी एसोसीएशन ने 5, श्रीमती सुशीला यार्दे की स्मृति में यार्दे परिवार की ओर से 6, अरिहंत नवयुवक मंडल ने 3, विकास मित्र मंडल ने 3 गाड़ी का सहयोग देने की घोषणा की।
रतलाम स्थापना उत्सव समिति के संयोजक श्री हिम्मत कोठारी ने कहा कि हमें राजनीति में लाने वाले श्री ठाकरेजी कहते थे कि हमेशा मदद की प्रवृति रखना न कि मांगने की। हमने उनके इन्ही संस्कारो को अंगीकार करने का सदा प्रयास किया है। जब हमने यह देखा कि मेहनतकश हम्माल भाइयो को गाड़ी के लिए किराए के प्रतिदिन 20 रुपए देने पड़ते है. तब यह ख्याल आया कि क्यों न इन्हें इनकी खुद की गाड़ी मिले, तब कई लोग सहयोग के लिए आगे बढ़कर आये और पहले 40 और अब 40 गाड़ी हम भेंट कर पा रहे है। आज जब कोरोना में सबकी स्थिति दयनीय है, ऐसे में यदि सम्पन्न वर्ग इसी तरह आगे बढ़कर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करे तो एक बेहतर समाज की स्थापना से कोई रोक नहीं सकता। रतलाम स्थापना दिवस और ठाकरेजी के जन्म शताब्दी वर्ष में हम इस तरह के कार्य कर अपने कर्तव्य का पालन करने का प्रयास कर रहे है। श्री कोठारी ने कलेक्टर के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि रतलाम के विकास के कई कार्यो में सक्रियता से प्रयास के परिणाम भी नजर आने लगे है।
कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने अपने उद्बोधन में कहा कि रतलाम नगर के स्थापना गौरव को भी राज्य सरकार द्वारा भी प्रत्येक नगर के स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया है। जरूरतमन्दो को हाथगाडी देने से बेहतर कार्यक्रम स्थापना दिवस पर नहीं हो सकता। शास्त्रों में भी लिखा है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है, कलयुग में दरिद्र को ही नारायण कहा गया है। आपने कहा कि मालवा की विशेषता दान देने की रही है, रतलाम में कोरोना महामारी काल में भी लोगों ने मदद की। रतलाम शहर की सांस्कृतिक परंपरा को जीवित रखते हुए संकट में कोई गरीब है तो सक्षम लोग मदद के लिए तत्काल आते हैं। श्री हिम्मत कोठारी जिस प्रकार से सेवा कार्य करते है वो बहुत सराहनीय है ।
पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने रतलाम नगर के दानदाताओं का आभार व्यक्त करता हूँ। समाज तब ही बदलेगा, जब असंतोष, अभाव व असमानता का दौर खत्म होगा। सभी को एक समान भावना से सोचना होगा।
कार्यक्रम में श्री अशोक चौटाला, श्री बजरंग पुरोहित, श्री प्रदीप उपध्याय, श्री महेंद्र गदिया, श्री ललित कोठारी, श्री चंदन पिरोदिया, श्री सुरेश गोरेचा श्री गोपाल सोलंकी, श्री बलविन्दर सोढ़ी, श्री राजेन्द्र राठौर, श्री श्रेणिक जैन, श्री सुरेंद्र जोशी, श्री झमक भरगट, श्री विकास कोठारी, श्री तोलिराम शर्मा, श्री मधु शिरोडकर, श्री प्रभु नेका, श्री मनीष शर्मा, श्री जयेश राठौर, श्री यतेन्द्र भारद्वाज, श्री दिलीप गांधी, श्री तपन शर्मा, श्री राम कल्याने, श्री जगदीश वर्मा, श्री धर्मेंद्र अग्रवाल, श्री राजेन्द्र मौर्य, श्री गौरव त्रिपाठी, श्री राकेश पीपाड़ा, श्री राजेश कटारिया, श्री आशुतोष चौहान, श्री महेश त्रिपाठी, श्री योगेश सोनी, श्री इरशाद मंसूरी, श्री महेश सोलंकी, श्री रंजीत राठौर, श्री हेरम्भ सिंग सेंगर, श्री रखब चत्तर, श्री विजय पाशा, श्री राजेन्द्र माहेश्वरी, श्री किशोर पिंजरावत, श्री धर्मचंद सिसोदिया, श्री इंगित गुप्ता, श्री विनोद राठौर, श्री गोपाल राठी, श्री आशीष डागा, श्री अनार सिंह कुम्पावत, श्री मसरूफ भाई, श्री नीरज परमार, श्री उमाकांत उपाध्याय, श्री रणजीत राठौर, श्री गोपाल सोनी, श्री सुभाष माली, श्री अनारसिंग, श्री अनिल चनाल, श्री देवा खरे, श्री अक्षय चौहान, श्री चेतन पावेचा, श्री नारू, श्री राजेश शर्मा, श्री भाटी, श्री अजय शर्मा, श्री फ़क़ीरचंद राठौर आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत मे 40 हम्माल भाइयो को अतिथिगण ने माला पहनाकर, मुँह मीठा करवाकर ठेला गाड़ी दी गई। कार्यक्रम के पश्चात्य समिति के सदस्यों ने महाराजा रतनसिंहजी की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरुण चोरड़िया व आभार श्री यतेन्द्र भारद्वाज ने किया।