जावरा(निप्र) । मकान में नीव का जितना महत्व है वह नजर तो नहीं आती परंतु आधार वही है इसी प्रकार मजदूर विकास के कार्यों में आधारशिला के समान अत्यंत महत्वपूर्ण है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने मजदूर दिवस पर अपने संदेश में कहा कि मजदूर का सम्मान सफलता के सम्मानके समान है । उन्होंने कहा कि मजदूर नौकर नहीं बल्कि हमा रा सहयोगी बनकरअपना खून पसीना बहा कर आप के अरमानों को पूरा करते हैं । मुनि कमलेश ने केंद्र सरकार से मजदूर शब्द के स्थान पर कर्मवीर शब्द से संबोधन करने का सुझाव दिया मजदूर शब्द आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है । राष्ट्रसंत ने उन कर्मवीर उसे समर्पित भावों से काम करने का आव्हान किया उसी में उनका विकास संभव है । जैन संत ने सभी मालिकों से अनुरोध किया कि आज के दिन परमात्मा की भक्ति की भांति सम्मानकरके उनके स्वाभिमान को जिंदा रखें उनकी मजबूरी का नाजायज फायदा ना उठाएं मजदूरों की दुर्दशा पर केंद्र सरकार को स्थाई नीति बनानी चाहिए घनश्याम मुनि अरिहंत मुनि कौशल मुनि महासती पारस कंवर जी सुप्रभा जी सुमन प्रभा जी ने मजदूरों के विकास के लिए सुझाव दिए इस मूर्ति पर अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली की ओर से मजदूरों का अभिनंदन किया गया। उक्त जानकारी अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अभय सुराणा ने दी।