कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा पूरे समय उपस्थित माकूल व्यवस्थाएं करवाई
रतलाम (दिवाकर दीप्ती ) । मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर गुजरात में लॉकडाउन में फंसे देश के विभिन्न जिलों के मजदूर परिवार विशेष ट्रेन से रतलाम एंट्री पॉइंट पर उतरे। 8 मई को रतलाम रेलवे स्टेशन पर मजदूर परिवारों के लिए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देशन में समुचित प्रबंध किए गए थे। कलेक्टर द्वारा पूरे समय रेलवे स्टेशन परिसर पर उपस्थित रहकर मजदूर परिवारों के लिए माकूल व्यवस्थाएं करवाई गई थी, उनके भोजन, पेयजल का प्रबंध किया गया था।
रतलाम से विशेष बसों द्वारा मजदूर परिवार अपने गृह जिलों की ओर रवाना हुए रतलाम रेलवे स्टेशन परिसर में ट्रेन से उतरने पर मजदूर परिवारों का कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान तथा अधिकारियों द्वारा पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया था। विभिन्न जिलों के 1131 मजदूर परिवार सदस्यों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैनात मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, उनके सामान सेनीटाइज करने हेतु विशेष व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर के साथ ही पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े तथा समस्त अमले द्वारा सतत प्रबंध किए जा रहे थे। मजदूर परिवारों का सामान बसों पर सुरक्षित रखने के लिए हम्मालो की व्यवस्था भी की गई थी। आगे के लिए बसों में भोजन, पानी तथा बच्चों के लिए बिस्किट भी रखे गए। प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे बड़वानी, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, खरगोन इत्यादि के रहने वाले मजदूर परिवार सकुशल अपने घर की ओर बसों से रवाना हुए। बड़वानी जिले के 857 व्यक्ति 23 बसों में रवाना किए गए। इसी प्रकार झाबुआ जिले के 158 व्यक्ति 3 बसों में रवाना हुए। अलीराजपुर जिले के 9 व्यक्ति एक बस में सवार होकर रवाना हुए। इसी प्रकार धार जिले के 68 व्यक्ति 2 बसों में, खरगोन तथा खंडवा जिलों के 16 व्यक्ति एक बस में एवं दमोह, सीहोर, भोपाल, शाजापुर के 23 व्यक्ति भी एक बस में अपने घरों की ओर रवाना हुए।
मजदूर परिवारों को मास्क भी उपलब्ध कराए गए, कलेक्टर ने बच्चे को अपने हाथों से मास्क पहनाया
गुजरात में लॉकडाउन में फसे मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के मजदूर परिवार रतलाम रेलवे स्टेशन पर उतरे, फिर अपने गृह जिलों कि और रवाना हुए। इस दौरान प्रशासन द्वारा स्टेशन परिसर में मजदूर परिवारों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क भी उपलब्ध करवाए गए। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा स्वयं खड़े रहकर उन व्यक्तियों को मास्क उपलब्ध कराए गए, जिनके पास मास्क नहीं थे। जब बड़वानी जिले के एक मजदूर अमरसिंह के परिवार के साथ उनके बच्चे वजेसिंह को कलेक्टर ने बगैर मास्क के देखा तो बच्चे की मां से पूछा इसके चेहरे पर मास्क क्यों नहीं है, पता चला कि मास्क कहीं गिर गया है, तब कलेक्टर ने मास्क मंगा कर अपने हाथों से बालक वजेसिंह को मास्क पहनाया।
अपने घर पहुंचने की खुशी झलक रही थी चेहरे पर, एक स्वर में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त कर रहे थे
गुजरात के राजकोट से चल कर आई विशेष ट्रेन में वहां विभिन्न स्थानों पर लाकडाउन में फंसे मजदूर परिवार जब रतलाम उतरे तो उनके चेहरे पर खुशी की चमक थी। अपने घर जाने की प्रसन्नता अलग ही दिख रही थी। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा मजदूर परिवारों को अपने घर पहुंचाने के लिए की गई व्यवस्था से सभी मजदूर परिवार बहुत खुश थे। सभी एक स्वर में मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद देते हुए कह रहे थे कि हमारे मामाजी मुख्यमंत्री द्वारा हमें घर पहुंचाने के लिए व्यवस्था की गई है, हमें यात्रा में कहीं कोई दिक्कत नहीं आई है।
बड़वानी जिले के हुमानिया ग्राम फुलवारी के अमरसिंह गुजरात के श्रीनाथगढ़ से अपने परिवार सहित अपने घर को लौट रहे थे। बड़वानी जिले के ग्राम बेरदा के शंकरलाल एवं मजदूर महिला जीनूबाई भी अपने गृह ग्राम बड़वानी जिले के खेड़ी की ओर खुशी-खुशी बस में बैठकर रवाना हुए, जीनू अपने पति गोब्लू तथा छोटे से बच्चे के साथ गुजरात से अपने घर की ओर जा रही थी।