बच्चों के हम संरक्षक हैं, उनका पूरा ध्यान रखेंगे
बाहर के मजदूरों को भी एक-एक लाख की सहायता मिलेगी
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने बड़वानी जिले के नेवाली ब्लॉक के एक मजदूर परिवार में पति-पत्नी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु पर बच्चों को कुल 14 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही कहा है कि हम उन मासूम बच्चों के संरक्षक हैं तथा उनका पूरा ध्यान रखेंगे। दिए जाने वाली राशि में से एक लाख रूपए बच्चों की तात्कालिक आवश्यकताओं के लिए तथा 13 लाख की एफ.डी. उनके भविष्य की आवश्यकताओं के लिए रहेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों के चाचा श्री राजेश से भी दूरभाष पर चर्चा कर बच्चों की समुचित देखभाल करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह अत्यंत दु:खद घटना है। मजदूर पति-पत्नी अपने दो मासूम बच्चों के साथ मोटरसाईकिल से घर वापस लौट रहे थे, तभी सेंधवा बार्डर के पास एक ट्रॉले ने उनको टक्कर मार दी जिससे पति-पत्नी की मृत्यु हो गई।
एक-एक मजदूर को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश के एक-एक मजदूर को प्रदेश वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके लिए बड़ी संख्या में ट्रेन एवं बसें चलाई जा रही है तथा उन्हें घर तक पहुंचाया जा रहा है। कोई भी मजदूर जल्दी न करे, पैदल न चले, हम हर मजदूर को शीघ्र ही उसके घर पहुंचायेंगे।
बाहर के मजदूर हमारे अतिथि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बाहर के प्रदेशों के भी मजदूर बड़ी संख्या में है। साथ ही मध्यप्रदेश देश का हृदय स्थल होने से विभिन्न प्रांतों के मजदूर अपने राज्य में लौटने के लिए मध्यप्रदेश से होकर गुजरते हैं। ये सब मजदूर हमारे अतिथि हैं। हम इन्हें पैदल नहीं चलने देंगे। साथ ही इन्हें भूखा भी नहीं सोने देंगे। हमने इन मजदूरों को राज्य की सीमा तक पहुंचाने के लिए लगभग एक हजार बसें रोज चलाई हैं, जो इन्हें वहाँ तक छोड़ रही हैं। इसके साथ ही सबके भोजन, नाश्ते आदि की भी व्यवस्था की गयी है। इस कार्य में प्रशासन के साथ जनता भी पूरा सहयोग कर रही है।
मृत्यु पर एक लाख, घायल होने पर 25 हजार की सहायता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दूसरे प्रदेशों के मजदूरों की भी कुछ दुर्घटनाओं में मृत्यु हुयी है। इन सभी मजदूरों के परिवारों को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि मध्यप्रदेश सरकार देगी। घायलों का नि:शुल्क इलाज किए जाने के साथ ही उन्हें 25-25 हजार रूपए की सहायता राशि भी सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी। हर मजदूर की हम भरसक मदद करेंगे।