आंतरिक प्रदूषण ही बाहरी प्रदूषण की जननी है – राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश

मंदसौर (जीवा गंज 17 जुलाई 2022)। बाहरी प्रदूषण को लेकर सरकार और जनता जितनी चिंतित है पुर से मुक्ति पाने के लिए समय शक्ति और पैसा पानी की तरह बहा रही है । उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने जैन दिवाकर प्रवचन हाल में संबोधित करते कहा कि उतना ही आंतरिक प्रदूषण को लेकर अनजान और लापरवाही बरत रही है ।
मुनि कमलेश ने बताया कि आंतरिक प्रदूषण ही बाहरी प्रदूषण की जननी है और बाहरी प्रदूषण से आंतरिक प्रदूषण अनंत गुना ज्यादा खतरनाक है ।
उन्होंने कहा किफिल्म और इंटरनेट के माध्यम से हिंसा अश्लीलता अराजकता पाश्चात्य संस्कृति का जहर जिस प्रकार परोसा जा रहा है इससे मानसिक विकारों का संचार मानव के दिल और दिमाग में हो रहा है वह परमाणु बम से भी खतरनाक विस्फोटक है । राष्ट्रसंत ने कहा कि जब तक सरकार संचार और मनोरंजन के साधनों को संस्कारों और संस्कृति से ओतप्रोत नहीं करेगी तब तक चरित्र निर्माण नहीं होगा ।
जैन संत ने कहा कि माता पिता और परिवार के पैतृक संस्कार जीवन निर्माण में ऑक्सीजन से महत्वपूर्ण होते हैं महापुरुषों की आध्यात्मिक ज्ञान की वाणी वैचारिक प्रदूषण को दूर करके आत्मा को निर्मल पावन और पवित्र बना सकती है जो काम सरकार और विज्ञान नहीं कर सकती ज्ञान और विवेक जागृत हो जाएगा और संसार का संपूर्ण प्रदूषण समाप्त हो जाएगा। कौशल मुनि जी ने मंगलाचरण किया। गौतम मुनि ने विचार व्यक्त किए । अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली शाखा राजस्थान जीव दया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संत बालकृष्ण महाराज ने बताया कि गुरुओं से जो सद्विचार मिलते हैं वह किसी चमत्कार से कम नहीं है गुरु कृपा से 1 साल में मुझे सात गोशाला शुरू करने का सौभाग्य मिला गुजरात शाखा के उपाध्यक्ष प्रभु लाल कलाल ने मुनि कमलेश की प्रेरणा से 10 बीघा में करीब 2 करोड रुपए लगाकर गौशाला प्रारंभ की जिसमें ढाई सौ गाय है । तनु में सेवा का संचार गुरु की वाणी से संभव हो सका मंदसौर जिला सेवा प्रकोष्ठ की जिला मंत्री श्रीमती मंजू छि गावत आज 8उपवास उनका सम्मान अंगुरबाला गांधी ने 15 वास करने का संकल्प लेकर किया सत्यनारायण जाट ने पांच उपवास किए उनका सम्मान सागरमल जैन गरोठ वालों ने 320 से एकासना लेकर किए अनिल संचेती पंकज मुरड़ीया नरेंद्र राका आशीष जैन ने अतिथियों का स्वागत किया अजीत खटोड़ ने मंच का संचालन किया।