रतलामी बाशिंदों ने लॉकडाउन में जैसा सहयोग दिया वैसा ही सहयोग मास्क के इस्तेमाल तथा सोशल डिस्टेंसिंग में भी देवें कलेक्टर श्रीमती चौहान ने गणमान्य नागरिकों की बैठक आयोजित की

रतलाम । रतलाम के बाशिंदों ने लॉकडाउन में जैसा सहयोग प्रशासन को दिया है वैसा ही सहयोग अब अनलॉक के दौर में मास्क का इस्तेमाल करते हुए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए देवे। यह अनुरोध कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा रतलाम शहर के गणमान्य नागरिकों की बैठक में किया गया। इस दौरान श्री शैलेंद्र डागा, श्री महेंद्र कटारिया, श्री अशोक चौटाला, श्री दिनेश पोरवाल, श्री खुर्शीद अनवर, श्री सलीम आरिफ, श्री प्रदीप उपाध्याय, श्री गोविंद काकानी, श्री झमक भरगट, श्री आलोक गांधी, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, तहसीलदार श्री गोपाल सोनी आदि उपस्थित थे। उक्त बैठक सहसंवाद कार्यक्रम में कलेक्टर के साथ चर्चा करते हुए प्रबुद्धजनों द्वारा सुझाव प्रस्तुत किए गए। रतलाम शहर में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपनी ओर से हरसंभव सहयोग हेतु आश्वस्त किया। अपने सुझाव में नागरिकों ने कहा कि क्वॉरेंटाइन वाले व्यक्तियों के घूमते, गुटखा खा लिया जाता पाए जाने पर जुर्माने वसूली में सख्ती की जाए, बाजार शाम 7:00 बजे तक ही खुले रखे जाएं, अलग-अलग प्रकार की दुकानों के लिए पृथक-पृथक समय भी निर्धारित किया जा सकता है ताकि भीड़ नहीं हो सके। जिले के नाकों (टोल) पर सख्त निगरानी रखी जाए, खासतौर पर रेड जोन क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों के होम क्वॉरेंटाइन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। कलेक्टर ने अनुरोध किया कि दुकानदार अपनी दुकान पर मास्क अवश्य रखें, चाहे वह निशुल्क दें या सशुल्क देवे। कलेक्टर ने कहा कि प्रबुद्ध नागरिकगण अपने संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को समझाएं कि यदि उनमें बीमारी संबंधी लक्षण आते हैं तो अपने स्तर पर उपचार नहीं करते हुए शासकीय संस्थाओं को सूचित करें। रतलाम मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में उपचार की बेहतरीन सुविधा है। कोरोना की जल्द पहचान होने पर शीघ्र और प्रभावी उपचार होता है, व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है। रतलाम में रिकवरी रेट अत्यंत बेहतर होने का कारण यही है कि अब तक उपचारित व्यक्तियों की पहचान अतिशीघ्र की गई, इसलिए उनका बेहतर उपचार होकर वह स्वस्थ हुए।