शिक्षक सांस्कृतिक संगठन ने चीन की कायराना हरकत की निंदा

रतलाम। भारत चीन सीमा विवाद पर 17 जून रात्रि को चीनी सैनिकों द्वारा किए गए कायराना हमले में शहीद हुए 20 बलिदानी सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा । भारतीय जवानों ने अपने शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए तुरंत ही इसका बदला लेकर 44 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया । यह भारतीय सैनिकों की बहादुरी का प्रबल प्रमाण है । शिक्षक सांस्कृतिक संगठन चीन के इस कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की । एक बयान में अध्यक्ष दिनेश शर्मा, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, ओपी मिश्रा, डॉ. सुलोचना शर्मा, गोपाल जोशी, कृष्णचंद्र ठाकुर, नरेंद्र सिंह राठौड़, राधेश्याम तोगड़े, मनोहर प्रजापति, रमेश उपाध्याय, श्याम सुंदर भाटी, दिलीप वर्मा, दशरथ जोशी, अनिल जोशी, मिथिलेश मिश्रा, राजेंद्र सिंह राठौड़, मदनलाल मेहरा, कविता सक्सेना, देवेन्द्र वाघेला, चंद्रकांत वाफगांवकर, नरेंद्र सिंह पंवार, भारती उपाध्याय, आरती त्रिवेदी, रक्षा के कुमार, नूतन मजादिया, रमेशचंद परमार, आदि ने चीनी सामान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया । इस मौके पर शहीद वीर सैनिकों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई।