जावरा- मंदसौर हाईवे पर बनेगा अहिंसा तीर्थ, आचार्यश्री ने रखी थी नींव

राष्ट्रसंत आचार्यश्री 108 प्रमुखसागरजी म.सा. का सोमवारिया स्थित मांगलिक भवन हुआ मंगल प्रवेश, 4 जुलाई से शुरू होगा चातुर्मास 2020, सोशल मीडिया पर लाइव भी सुन सकेंगे प्रवचन

जावरा (अभय सुराणा)। चातुर्मास 4 जुलाई 2020 से चातुर्मास शुरू हो रहा हैं। कोरोना वायरस की महामारी की वजह से जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चातुर्मास 2020 में जैन साधु-संत धर्मसभा को सम्बोधित करेंगे परन्तु कोरोना महामारी के चलते धर्मालुजनों की उपस्थिति सीमित संख्या में रहेगी। चार्तुमास में समाजजन घर पर ही रहकर सोशल मीडिया पर लाइव प्रवचन सुन सकेंगे। मुनि-भगवंत की निश्रा में घरों में तप-आराधना करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट का प्रभाव इस बार संतों की आध्यात्मिक साधना पर दिखाई देगा। 4 जुलाई 2020 से शुरू हो रहे चातुर्मास के दौरान चार महीने तक साधु-सन्त व संन्यासी एक ही स्थान पर प्रवास करेंगे। इस दौरान स्वाध्याय, सत्संग, प्रवचन और भक्तों की धार्मिक जिज्ञासा को शांत करेंगे। कोरोना संक्रमण को देखते इस बार चातुर्मास को डिजिटल रूप देने की तैयारी चल रही है। संतों के विचार व संदेश यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सअप के जरिये भक्तों तक पहुंचाए जाएंगे।
अहिंसा तीर्थ प्रणेता राष्ट्रसंत आचार्यश्री 108 प्रमुखसागरजी का सीताराम बाग से मंगल प्रवेश हुआ। मुख्य मार्गों से होता हुआ सोमवारिया स्थित मांगलिक भवन पहुंचा। आचार्यश्री के साथ ससंघ ऐ. प्रभाकरसागरजी मसा, क्षु. पुकारसागरजी मसा, क्षु. परमात्मसागरजी मसा, क्षु. प्रतिज्ञाश्रीजी मसा, क्षु. प्रीतिश्रीजी मसा, क्षु. परीक्षाश्रीजीमसा, क्षु. प्रेक्षाश्रीजी मसा शामिल रहे। चातुर्मास 2020 के पहले दिन 4 व 5 जुलाई को कलश स्थापना होगी तथा 6 जुलाई को वीर शासन जयंती मनाई जाएगी। आचार्य प्रमुखसागरजी ने कहा कि पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है। चेहरे पर मास्क/रूमाल लगाकर रखें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकले । शासन के नियम निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखें । अपने व परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखें। मंगल प्रवेश के दौरान वरिष्ठ समाजन सर्वश्री पवन पाटनी, रितेश जैन, पवन कलशधर, पुखराज सेठी, हिम्मत गंगवाल, नरेंद्र गोदा, सुनील कोठारी, दिलीप बरैया, विनोदीलाल दोशी, कांतिलाल कियावत, दिलीप लुहाडिय़ा, कैलाश बारोड़ आदि समाजजन मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि फरवरी में आचार्यश्री 108 प्रमुखसागरजी यहां पधारे थे। इन्होंने मंदसौर फोरलेन पर बनने वाले अहिंसा तीर्थ की नींव रखी थी। हुमड़ दिगंबर जैन समाज संरक्षक समाजसेवी महावीर मादावत ने 2 बीघा जमीन दान दी थी। अब वहां अहिंसा तीर्थ का निर्माण भी शुरू होगा।